स्लिप डिस्क के अनेक मरीज हो जाएं सतर्क

स्लिप डिस्क के अनेक ऐसे मरीज हैं, जिन्हें फिजियोथेरेपी और दवाओं से राहत नहीं मिल पाती है। ऐसे मरीजों के लिए माइक्रो एंडोस्कोपिक डिस्क सर्जरी राहत की नई किरण लेकर आई है। परंपरागत ओपन डिस्क सर्जरी की तुलना में माइक्रो एंडोस्कोपिक डिस्क सर्जरी कहीं ज्यादा सुरक्षित एवं कारगर है।

रीढ़ की हड्डियों में इंटर- वर्टिबल डिस्क स्थित होती हैं। इंटर वर्टिबल डिस्क हड्डियों के बीच में स्प्रिंग की तरह कार्य करती है। जिस तरह से कार के शॉकर झटकों को बर्दाश्त करते हैं, उसी तरह वर्टिबल डिस्क भी शरीर के लिए शॉक एब्जॉर्बर का कार्य करती है।

इस डिस्क के मध्य में जेल जैसा एक पदार्थ पाया जाता है। इस पदार्थ को न्यूक्लियस पल्पोसस कहा जाता है और जो कार्टिलेज के टिश्यूज और कैप से सुरक्षित होती है जिसे एनूलस फाइब्रोसस कहते हैं।

कभी-कभी इस सख्त कैप में विकार आ जाता है और इसकी संरचना बिगड़ जाती है और ये कमजोर हो जाती है। इस स्थिति के कारण न्यूक्लिसस पल्पोसस में स्थित अंदरूनी जेल का रिसाव होने लगता है और यह स्थिति इंटर-वर्टिबल डिस्क के पीछे से गुजर रही नसों को दबाती है। धीरे- धीरे यह जेल रिसने एवं फूलने लगता है।

इसका आकार बड़ा होने लगता है और यह स्टोन की तरह सख्त हो जाता है। समय के साथ यह स्टोन रीढ़ की नसों को नष्ट करने लगता है। कालांतर में यह स्थिति स्लिप डिस्क की समस्या पैदा करती है।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com