एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च होने के बाद से ही स्मार्टफोन के ऑपरेटिंग सिस्टम में गूगल का अधिपत्य रहा है। दुनियाभर के सभी एंड्रॉयड फोन में गूगल का ही कब्जा है।
गूगल के मैप्स, गूगल क्रोम, गूगल म्यूजिक जैसे कई सारे एप्स डिफॉल्स रूप से मिलते हैं, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि गूगल का यह दबदबा खत्म होने वाला है, क्योंकि चीन की चार बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां हुवावे, वीवो, ओप्पो और शाओमी एक नए मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम कर रही हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर की रिपोर्ट के मुताबिक इन चारों कंपनियों ने आपसी साझेदारी के तहत नए स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम का निर्माण कर रही हैं। इसके तहत दुनियाभर के एप डेवलपर्स एप स्टोर पर अपने एप पब्लिश कर सकेंगे। इस साझेदारी को ग्लोबल डेवलपर्स सर्विस अलायंस (GDSA) नाम दिया गया है।
बता दें कि पिछले साल हुवावे पर अमेरिका में प्रतिबंध लगा था और उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था, जिसके बाद हुवावे ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम हार्मनीओएस तैयार किया है। इसके अलावा कंपनी ने अपना मैपिंग एप भी लॉन्च कर दिया है। ऐसे में हुवावे धीरे-धीरे गूगल से अपनी निर्भरता कम कर रही है।
GDSA के तहत दुनिया के किसी भी देश के डेवलपर्स गेम, म्यूजिक, मूवी समेत कई सारे एप्स GDSA के एप स्टोर पर पब्लिश कर सकेंगे। इस साझेदारी का मकसद गूगल प्ले-स्टोर के अधिपत्य को खत्म करना है। इसके अलावा GDSA से इन कंपनियों की कमाई का एक नया रास्ता मिल जाएगा।
GDSA की लॉन्चिंग मार्च 2020 बताई जा रही है लेकिन कोरोना वायरस की वजह से इसमें देरी भी हो सकती है। GDSA के एप स्टोर को भारत के अलावा इंडोनेशिया और रूस में भी लॉन्च किया जाएगा।
GDSA के आने के बाद गूगल को करीब 60 फीसदी मार्केट शेयर का नुकसान हो सकता है। IDC की एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्लोबल मार्केट शेयर में इन चार कंपनियों की हिस्सेदारी 40.1 फीसदी है। वहीं 20 फीसदी बाजार पर एपल का कब्जा है। ऐसे में यदि ओप्पो, वीवो, शाओमी और हुवावे ये चार कंपनियां गूगल प्ले-स्टोर का इस्तेमाल बंद कर देती हैं तो गूगल को बड़ा नुकसान होगा।