Congress बठिंडा, फिरोजपुर और होशियारपुर सीट को लेकर काफी सचेत नजर आ रही है। दिल्ली में Congress की स्क्रीनिंग कमेटी बैठक हुई। जिसमें इस बात पर चिंतन किया गया कि सुखबीर बादल द्वारा फिरोजपुर और हरसिमरत कौर बादल के बठिंडा से ही चुनाव लड़ने के दिए जा रहे संकेत कहीं अकाली दल का ‘ट्रैप’ तो नहीं। चिंतन के बाद यह फैसला लिया गया कि इन सीटों को लेकर प्रत्याशी के चयन को लंबित ही रखा जाए। कमोवेश यही स्थिति होशियारपुर सीट को लेकर भी है।
Congress ने पैनल तैयार कर लिया है। पार्टी खडूर साहिब सीट को लेकर भी सचेत है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह इस सीट से जसबीर डिंपा को टिकट देने के हक में हैं, जबकि पंथक मानी जाने वाली इस सीट पर सभी राजनीतिक पार्टियों ने पंथक चेहरे ही उतारे हैं। अकाली दल ने बीबी जागीर कौर, अकाली दल टकसाली ने जरनल जेजे सिंह और पंजाबी एकता पार्टी ने परमजीत कौर खालड़ा को मैदान में उतारा है। ऐसे में इस बात पर भी विचार किया जा रहा है कि Congress भी इस सीट से पंथक चेहरे को ही उतारे।
स्क्रीनिंग कमेटी में यह फैसला लिया गया कि दो अप्रैल को होने वाली सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की बैठक में 13 सीटों का पैनल दिया जाएगा। जिन सीटों पर अकाली दल व भाजपा के प्रत्याशियों का इंतजार करना है उन्हें चिन्हित कर दिया जाएगा। इसके बाद सीईसी फैसला लेगी कि किन सीटों पर प्रत्याशी की घोषणा करनी है और किन पर नहीं।
करीब 35 मिनट चली स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में बठिंडा और फिरोजपुर सीट से प्रत्याशी को लेकर कोई चर्चा नहीं है। Congress इस बात का चिंतन कर रही है कि कहीं अकाली दल सुखबीर बादल और हरसिमरत कौर बादल को लेकर झांसा तो नहीं दे रहा है, ताकि Congress अपना प्रत्याशी का चयन कर ले। कमोवेश यही स्थिति अमृतसर सीट को लेकर भी रही। इस सीट को लेकर BJP ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। Congress यह भी देख रही है कि नवजोत कौर सिद्धू चंडीगढ़ से दावा ठोक रही है। अगर चंडीगढ़ से उन्हें टिकट नहीं मिला तो क्या पार्टी हाईकमान अमृतसर से नवजोत कौर को टिकट दे सकता है, क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर सीट से तीन बार चुनाव जीत चुके हैं।
होशियारपुर सीट को लेकर भी Congress इस बात का इंतजार कर रही है कि भाजपा यहां से क्या फैसला लेती है। Congress यह मान रही है कि भाजपा इस सीट से विजय सांपला को टिकट नहीं देगी। ऐसी स्थिति में भाजपा कौन सा उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारती है। उसके बाद ही Congress इस बात पर फैसला करेगी।
श्री आनंदपुर साहिब में रोचक लड़ाई
श्री आनंदपुर साहिब में टिकट को लेकर सबसे रोचक लड़ाई चल रही है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मनीष तिवारी को इस सीट से लड़वाना चाहते हैं। इस सीट से किसे टिकट दिया जाए, इसमें अंबिका सोनी की भी सहमति जरूरी मानी जा रही है। अंबिका सोनी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस सीट से मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू भी प्रबल दावेदार हैं। महत्वपूर्ण यह है कि Congress के वरिष्ठ नेता भी कैप्टन संधू को टिकट दिलवाने के हक में हैं।
ये भी है गणित
संगरूर सीट से विजय इंदर सिंगला और केवल ढिल्लों के बीच मुकाबला चल रहा है। कैप्टन केवल ढिल्लों के हक में हैं। पार्टी प्रभारी आशा कुमारी का मानना है कि अगर संगरूर में हिंदू चेहरा नहीं लाया गया तो डर यह है कि कहीं पंजाब के हिंदू Congress से दूर न हो जाएं। बाकी किसी भी सीट पर हिंदू प्रत्याशी के लिए कोई गुंजाइश नहीं रह जाती है। ऐसे में अगर संगरूर सीट से Congress हिंदू चेहरा उतारती है तो केवल ढिल्लों का नाम श्री आनंदपुर साहिब के लिए भी प्रस्तावित हो सकता है।