भारतीय सेना के प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे नेपाल दौरे पर पहुंचे। यहां उनकी पत्नी वीना नरवणे ने काठमांडू में रहने वाले गोरखा सैनिकों द्वारा अपनी पत्नियों को भेजे गए उपहार सौंपे। नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में सेना मुख्यालय में अपने पति के साथ काम करने वाले चार गोरखा सैनिकों ने अपनी पत्नियों को उपहार भेजे थे। सेनाध्यक्ष की पत्नी आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की भी अध्यक्ष हैं।
भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा, ‘सेनाध्यक्ष की पत्नी को गिफ्ट पार्सल दिए गए थे, जिन्होंने छह नवंबर को काठमांडू में इसे उनकी पत्नियों को दे दिया।’ कोविड-19 महामारी के मद्देनजर दुनिया भर में लगाए गए प्रतिबंधों के बीच सैनिकों की पत्नियां उपहार पाकर खुश थीं। अधिकारियों ने कहा कि पत्नियां अपने पति के पास नहीं आ सकतीं और उनके लिए भी छुट्टियां लेकर जाना मुश्किल है।
सेनाध्यक्ष और उनकी पत्नी चार से छह नवंबर के बीच अपने तीन दिन के नेपाल दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें जनरल ऑफ द नेपाली आर्मी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। यह दोनों देशों के बीच लंबे समय से जारी परंपरा है। अधिकारी ने बताया कि दौरे की योजना के दौरान श्रीमति नरवणे ने सोचा कि इन सैनिकों से उपहार लेकर उनकी पत्नियों को दिया जाए क्योंकि वे दशहरा और दिवाली के मौके पर इस साल अपने परिवार से नहीं मिल सकते।
सेनाध्यक्ष ने खुद नई दिल्ली में गोरखा सैनिकों के साथ दशहरे का त्योहार मनाया था। भारतीय सेना में नेपाल से ताल्लुक रखने वाले गोरखा सैनिकों की बड़ी संख्या है और इन्हें सबसे बेहतर माना जाता है। नेपाल दौरे के दौरान सेनाध्यक्ष ने वरिष्ठों से मुलाकात की। उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के साथ मुलाकात की और अपने नेपाली समकक्ष जनरल पूर्ण चंद्र थापा से बातचीत की।