बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि संवैधानिक संस्थानों पर हमला करना और उसके फैसलों पर सवाल खड़े करना आरजेडी की विघटनकारी राजनीति का हिस्सा है.
विघटनकारी राजनीति कर रही RJD: सुशील मोदी
जिस तरीके से पिछले हफ्ते बक्सर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले पर जानलेवा हमला किया गया और उसके बाद इस पूरे मामले की जांच करने के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया, उस पर आरजेडी ने अविश्वास जताया है. पार्टी का मानना है कि पटना के कमिश्नर आनंद किशोर और जोनल आईजी नैयर हसनैन की दो सदस्यीय जांच टीम इस पूरे मामले को लेकर निष्पक्ष रिपोर्ट पेश नहीं करेगी. इसी को लेकर सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार के काफिले पर जांच की जो प्रशासनिक प्रक्रिया चल रही है उस पर अविश्वास करना आरजेडी की विघटनकारी राजनीति का एक हिस्सा है.
संवैधानिक संस्थानों पर RJD को भरोसा नहीं
सुशील मोदी ने कहा कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची के विशेष सीबीआई अदालत द्वारा पिछले महीने चारा घोटाले के एक मामले में दोषी करार दिया गया था और पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र को बरी कर दिया गया था. उस वक्त आरजेडी ने न्यायिक फैसले को जाति से जोड़ते हुए आरोप लगाया कि जगन्नाथ मिश्र ब्राह्मण होने की वजह से बरी हो गए और लालू प्रसाद पिछड़ी जाति से आते हैं इसीलिए उन्हें दोषी करार दिया गया. मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में फंसे लालू और उनके परिवार समेत आरजेडी लोकतंत्र के हर खंबे को तोड़ने पर आमादा है.
लालू के दामाद को ED की ओर से नोटिस
लालू के दूसरे दामाद राहुल यादव को प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाए जाने को लेकर भी सुशील मोदी ने कहा है कि ऐसा लगता है कि लालू परिवार में भ्रष्टाचार अनुवांशिक बीमारी है. गौरतलब है, मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने राहुल यादव को समन जारी किया था. राहुल यादव पर आरोप है कि उन्होंने एक करोड़ रुपए अपनी सास राबड़ी देवी को लोन में दिया था और काला धन को सफेद करने की कोशिश की थी.
लालू परिवार पर सुशील मोदी का तंज
लालू परिवार पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि दामाद राहुल यादव को प्रवर्तन निदेशालय के नोटिस जारी होने के बाद तेजस्वी यादव को शोध करना चाहिए कि आखिर उनके परिवार को राजनीतिक रसूख का गलत इस्तेमाल कर पैसा बनाने की लत किसने लगाई हैं?