नई दिल्ली: ट्रेन में यात्रा के दौरान पैसेंजर्स को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. सफर के दौरान यात्रियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए रेलवे सर्विस कैप्टन (सुपरवाइजर) तैनात करने की योजना बना रहा है. अभी पैसेंजर्स को हर सर्विस के लिए अलग-अलग अफसरों से कॉन्टैक्ट करना होता है.
सुपरवाइजर के तौर पर ट्रेन में सिंगल इंचार्ज होने पर यात्रियों को सहूलियत होगी. रेलवे में तैनात सर्विस कैप्टन को अलग तरह की यूनिफॉर्म दी जाएगी ताकि पैसेंजर्स आसानी से उन्हें पहचान सकें. उन्हें टूल किट और बेहतर ट्रेनिंग देकर पहले 10 ट्रेनों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तैनात किया जाएगा.
इन परेशानियों को हल करेगा सर्विस कैप्टन
यात्रा के दौरान यात्री अपना सामान गुम हो जाने या चोरी होने, बर्थ, विंडो, दरवाजों को लेकर परेशानी या कोच में कॉकरोच, चूहे होने आदि की शिकायत सर्विस कैप्टन से कर सकेंगे. अलग तरह की यूनिफॉर्म पहने सर्विस कैप्टन पर ट्रेन में सफाई की निगरानी करने की जिम्मेदारी होगी. साथ ही ट्रेन के ऑपरेशंस आदि में कोई समस्या है, तो संबंधित विभाग से को-ऑर्डिनेट कर वह उसे दूर कराएगा. सुपरवाइजर के तौर पर ट्रेन में सिंगल इंचार्ज होने पर यात्रियों को काफी सहूलियत होगी.
रेलवे कमेटी ने दिए सुझाव
रेलवे कमेटी ने सुझाव दिया है कि सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए डिवीजन ऑन बोर्ड सुपरवाइजर्स का एक पूल बनाया जाए. 2 साल के अनुभव वाले जूनियर इंजीनियर या मास्टर क्राफ्ट्समैन लेवल के कर्मचारियों को सर्विस कैप्टन तैनात किया जाए. सर्विस कैप्टन सर्विस को शुरुआत में पायलट प्रोजेक्ट की तर्ज पर 4 जोन की 10 ट्रेनों में तैनात करें, इसके बाद जरूरत के मुताबिक इसमें बदलाव किया जाए.