राजधानी में लोकप्रिय आम महोत्सव का शुभांरभ शनिवार को इंदिरागांधी प्रतिष्ठान में हुआ। दो दिन (23 और 24 जून) चलने वाले इस महोत्सव का शुभारंभ सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप जलाकर किया। सीएम ने उद्यान विभाग की स्मारिका का विमोचन किया। इस दौरान सीएम ने कहा कि प्रदेश के अंदर मंडियों को सुधारने का भी कार्य किया जा रहा है। साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखते हुए मंडियों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है।
आम महोत्सव में 725 किस्म के आमों को प्रदर्शित किया गया है। इनमें से अधिकांश का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। आम से बनने वाले उत्पादों को भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इससे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। किसानों को परंपरागत खेती के अलावा हार्टी कल्चर, पशुपालन की ओर भी जाना होगा। जिन किसानों ने इस क्षेत्र में कार्य किया वो आज प्रेरणास्रोत के रूप में हमारे सामने हैं। मार्केटिंग के अभाव में हम चीजों की ब्रांडिंग नहीं कर पाते हैं।
उत्तर प्रदेश में पैदा होने वाली आम की सर्वाधिक प्रजातियों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। आम उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आय को दोगुना करने, उनके चेहरे पर खुशहाली लाने का जो प्रयास आम महोत्सव के माध्यम से किया जा रहा है, वह सराहनीय है। दुनिया में आम की जिस प्रजाति की मांग ज्यादा होती है, उसको विकसित करने की दिशा में उद्यान विभाग और मंडी परिषद को कार्य करने की जरूरत है। प्रदेश आम उत्पादन में भी नंबर वन बने, इसके लिए प्रयास किए जाने की आवश्कता है।