19 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद पहली बार सीएम योगी आदित्यनाथ ने इंटरव्यू दिया है. यह इंटरव्यू उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुखपत्र कहे जाने वाले ‘पांचजन्य’ को दिया है, जिसमें सीएम ने भारत की सुख-समृद्धी, यूपी की कानून व्यवस्था, अखिलेश सरकार में हुए दंगों और राम मंदिर पर बेबाकी से अपनी राय रखी.
इंटरव्यू में मुख्यमंत्री योगी ने साफ कहा कि ऐसे लोग ही नकारात्मकता फैलाते है, जिन्हें भारत की तरक्की अच्छी नहीं लगती है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यूपी में बिना किसी भेदभाव के दंगाइयों और अपराधियों से निपटा जाएगा. उन्होंने पिछली सरकार में हुए दंगों के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
जब उनसे पूछा गया कि जनता के उत्साह के बीच अपनी आलोचना की लहर को आप कैसे देखते हैं. इसके जवाब में उन्होंने कहा कि जिन्हें भारत की सुख समृद्धि अच्छी नहीं लगती. जिन्हें इस देश में अंतिम व्यक्ति की खुशहाली देखकर अच्छा नहीं लगता, स्वाभाविक है कि ऐसे लोग नकारात्मक टिप्पणियां करेंगे.
उन्हें लेकर मीडिया की अति सक्रियता के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देश के अंदर ऐसे बहुत लोग हैं, जिन्हें भगवा रंग से एक प्रकार से परहेज है, स्वाभाविक रूप से उनको बुरा लगेगा कि ये भगवाधारी यूपी में आ गया है. अब तक जो इस देश के अंदर सेक्युलरिज्म के नाम पर, तुष्टिकरण के नाम पर देश की परंपरा और संस्कृति को अपमानित कर रहे थे. देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे थे. उनको अपने अस्तित्व पर खतरा दिखाई दे रहा है. स्वाभाविक रुप से वो हर प्रकार की टिप्पणियां करेंगे.
प्यास बुझाने के लिए सीएम योगी ने बुंदेलखंड को दिए 47 करोड़ रुपए
इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि बुदेलखंड के खेतों में पानी पहुंचाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है. योगी ने कहा कि अगले 6 महीनों में प्रदेश में 6 नई चीनी मिलों का शिलान्यास किया जाएगा. हम ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं जिसके तहत गन्ना किसानों का भुगतान 14 दिनों के अंदर सीधे उनके खातों में हो जाए. इसके अलावा हमने यह भी तय किया है कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को 24 घंटे बिजली देंगे. 20 घंटे तहसील मुख्यालयों को और 18 घंटे गांवों को बिजली देंगे. इसके अलावा 2019 तक पूरे प्रदेश को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराएंगे.
उन्होंने कहा कि पहली बार हमने उत्तर प्रदेश में एक एनआरआई विभाग बनाया है. दूसरे राज्यों ऐसा विभाग नहीं है. हम उत्तर प्रदेश के अप्रवासी लोगों को राज्य में पूंजी निवेश के लिए आमंत्रण देंगे. राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि हमने दोनों पक्षों से आग्रह किया है कि संवाद से समाधान करा रास्ता निकालें. यदि सरकार से सहयोगी चाहते हैं तो हम इसके लिए तैयार हैं.