उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित रैली में शिरकत की. इस दौरान सीएम योगी ने जगह-जगह सीएए के विरोध में धरने पर बैठने वाली महिलाओं के पतियों पर सवाल उठाए.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुरुष घरों में रजाई में सो रहे हैं और महिलाएं धरने पर बैठी हैं. महिलाएं कह रही हैं कि पुरुषों ने कह दिया है कि वह अक्षम हो गए हैं.
कानपुर में सीएए की समर्थन रैली में भारी भीड़ को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि शरण में आने वाली की रक्षा करना भारत की परंपरा रही है.
जिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है उनके लिए कानून है. जो विरोध कर रहे हैं उनके लिए हिन्दू, ईसाई, सिख महत्वपूर्ण नहीं हैं. अब कांग्रेस के लिए ईसाई भी महत्वपूर्ण नहीं है. वह कहती है कि आईएसआई के लोग महत्वपूर्ण हैं.
रैली में सीएम योगी ने सीएए के विरोध में धरना देने वाली महिलाओं के पतियों पर तंज कसते हुए कहा कि अब आदमी घर में रजाई में सो रहा है और महिलाएं धरने पर बैठी हैं.
महिलाएं कहती हैं कि पुरुषों का कहना है अब हम अक्षम हो चुके हैं, आप धरने पर बैठो जाकर. कांग्रेस, सपा, बसपा के ऐसे लोगों को शर्म आनी चाहिए.
हिंसक वारदातों पर की गई कार्रवाई के बारे में बात करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोकतंत्र में शांति से धरना प्रदर्शन करने का सबका हक है लेकिन कोई सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान करेगा तो वसूली होगी. योगी ने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि यूपी की धरती पर कश्मीर वाले आजादी के नारे लगाने पर देशद्रोह का केस लगेगा.
योगी ने रैली में आगे विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आज विपक्ष दुश्मनों की भाषा बोल रहा है. जब पीएम ने कह दिया है कि सीएए का एनआरसी से संबंध नहीं है फिर भी लोग अपनी महिलाओं और बच्चों को आगे भेज रहे हैं.
जैसे उनके बस में कुछ करने को नहीं है. अब हमें मौन नहीं रहना है. महाभारत में द्रोपदी के चीर हरण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अपराध में हर सहयोगी भी दोषी होता है. हमें अब मोदीजी के अभियान में लगना है.