पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) की दिग्गज नेता उमा भारती रामलला के दर्शन करने शनिवार को अयोध्या पहुंची. अयोध्या पहुंचकर उमा भारती ने नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा. उमा भारती ने कहा कि देशभर में सीएए के नाम पर हो रहा धरना राजनीतिक साजिश है क्योंकि लोग शांति नहीं देख पा रहे हैं.
इससे पहले भी उमा भारती ने कहा था कि कांग्रेस ने ही भारत और पाकिस्तान का बंटवारा कराया था. कांग्रेस ही विद्रोह प्रदर्शन करा रही है. इसलिए भारत को कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की विचारधारा से मुक्त होना होगा.
उमा भारती ने दिल्ली हिंसा पर कहा कि मारने वाले मारकर भाग जाते हैं लेकिन कुछ लोगों की मौत हो जाती है. सरकार का बचाव करते हुए उमा भारती ने कहा कि हमारी सरकार की निष्पक्षता इससे जाहिर होती है कि लाल कृष्ण आडवाणी और उमा भारती समेत अन्य लोग अभी भी आरोपी हैं. हमारे ऊपर जो भी फैसला आएगा, हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करेंगे.
राम मंदिर का जिक्र करते हुए उमा भारती ने कहा कि रामचंद्र परमहंस ने सबसे बड़ी लड़ाई लड़ी थी. मैं फैसले के तुरंत बाद आना चाहती थी लेकिन पैर टूटने की वजह से थोड़ी देर से आई.
अब तक रामलला के सामने आने पर अपराधबोध होता था लेकिन अब वो अपराधबोध नहीं रहेगा. उमा भारती राम मंदिर निर्माण की शुरुआती आंदोलनकारियों में भी शामिल रही हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती इससे पहले कहा था कि भारत में बहुत बड़ी संख्या में मुस्लिम तबका रहा है. इस पूरे तबके को खुश करने के लिए राजनीति हुई है.
कांग्रेस ने ही मुस्लिम-हिंदू के बीच दरार पैदा की है. उमा भारती ने कहा था कि भारत का बंटवारा कांग्रेस ने धर्म के आधार पर करवाया था. कांग्रेस भारत के अंदर अलग-अलग राज्य में हिंदू और मुस्लिम के बीच विद्रोह करा रही है.
कांग्रेस ने ही मुस्लिम-हिंदू के बीच दरार पैदा की है.भारत में जब तक वोट बैंक की राजनीति खत्म नहीं होगी, तब तक यह समस्या बनी रहेगी.