यौन शोषण केस में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह पर आने वाले सीबीआई कोर्ट के फैसले से पहले उनके समर्थकों पर हलचल मच गई है. साल 2002 में डेरा के आश्रम में रहने वाली एक साध्वी ने चिट्ठी के जरिए डेरा प्रमुख पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. उसने खुद और आश्रम की दूसरी साध्वियों के साथ यौन शोषण का खुलासा किया था.लंदन में बना दुनिया का सबसे बड़ा समोसा, देखते ही लोगों में जागा उत्साह…
इस मामले में हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई थी. इस पर सुनवाई के बाद अदालत के आदेश पर साल 2001 में पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. साल 2007 में सीबीआई ने कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था. कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से गवाही और बहस के बाद 17 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया. अब 25 अगस्त को फैसला सुनाया जाएगा.
सिरसा के पत्रकार की हत्या का आरोप
मैसेंजर ऑफ गॉड जैसी फिल्म में अभिनय कर चुके गरुमीत राम रहीम सिंह पर सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का भी आरोप है. पत्रकार रामचंद्र सिरसा में स्थानीय अखबार ‘पूरा सच’ निकालते थे. उसमें उन्होंने डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी खबरें प्रकाशित करना शुरू किया था. उसमें साध्वी यौन शोषण और रणजीत सिंह हत्याकांड का खुलासा किया था.
रणजीत सिंह हत्याकांड में भी आया नाम
24 अक्टूबर 2002 को पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को गोली मार दी गई. इस मामले की जांच भी सीबीआई को सौंपी गई. यह मामला अभी विचाराधीन है. इसी तरह डेरा की प्रबंधन समिति के सदस्य रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या कर दी गई. यह मामला भी कोर्ट में विचाराधीन है. डेरा के ही राम कुमार बिश्नोई की गुमशुदगी का भी बाबा पर आरोप है.
सिखों के विरोध का करना पड़ा सामना
साल 2007 में डेरा प्रमुख ने गुरु गोबिंद सिंह जैसी वेशभूषा में फोटो खिंचवाने की वजह से विवादों में घिर गए थे. इसके विरोध में पंजाब के बठिंडा में डेरा प्रमुख का पुतला फूंका गया था. राजेंद्र सिंह सिद्धू की याचिका पर डेरा प्रमुख के खिलाफ कोर्ट ने गैरजमानती वारंट भी जारी कर दिया था. जगह-जगह हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस मामले में डेरा प्रमुख बरी हो गए.
साधुओं को नपुंसक बनाने का आरोप
डेरा सच्चा सौदा में साधु रहे हंसराज चौहान ने 17 जुलाई 2012 को हाईकोर्ट में याचिका दायर कर डेरा प्रमुख पर 400 साधुओं को नपुंसक बनाए जाने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि डेरा प्रमुख के इशारे पर डेरा अस्पताल के डॉक्टरों की टीम साधुओं को नपुंसक बनाती हैं. भगवान के दर्शन होने की बात कही जाती है. उन्होंने 166 साधुओं का नाम भी बताया था.
जानिए डेरे से जुड़े प्रमुख विवाद
1998: डेरा की जीप तले एक बच्चा कुचला गया. गांववालों के साथ डेरे का विवाद हुआ. खबर छापने पर मीडियाकर्मियों को धमकाया गया. बाद में माफीनामे के साथ विवाद खत्म हो गया.
2002: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाते हुए डेरे की एक साध्वी ने गुमनाम पत्र प्रधानमंत्री को भेजा.
10 जुलाई, 2002: डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन समिति के सदस्य रहे कुरुक्षेत्र के रणजीत सिंह की हत्या.
2003: रणजीत सिंह के पिता ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआइ जांच की मांग की थी.
24 सितंबर 2002: हाईकोर्ट ने साध्वी यौन शोषण मामले में गुमनाम पत्र का संज्ञान लेते हुए डेरा सच्चा सौदा की सीबीआइ जांच के आदेश दिए.
24 अक्तूबर 2002: सिरसा के सांध्य दैनिक ‘पूरा सच’ के संपादक रामचन्द्र छत्रपति को गोली मारी गई.
16 नवंबर, 2002: सिरसा में मीडिया की महापंचायत बुलाई गई और डेरा सच्चा सौदा का बहिष्कार करने का प्रण लिया.
जनवरी 2003: पत्रकार छत्रपति के बेटे अंशुल ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर सीबीआइ जांच करवाने की मांग की.
10 नवंबर, 2003: सीबीआइ को एफआईआर दर्ज कर जांच के आदेश जारी किए.
दिसंबर 2003: सीबीआई ने जांच शुरू कर दी. डेरा के लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर जांच पर रोक लगाने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट ने स्टे कर दिया.
नवंबर, 2004: दूसरे पक्ष की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने डेरा की याचिका खारिज कर दी. सीबीआई ने डेरा प्रमुख सहित कई अन्य लोगों को आरोपी बनाया.
मई, 2007: डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह ने गुरु गोबिंद सिंह जैसी वेशभूषा धारण कर फोटो खिंचवाए और उन्हें अखबारों में छपवाया.
31 जुलाई, 2007: सीबीआई ने हत्या मामलों और साध्वी यौन शोषण मामले में जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल कर दिया. सीबीआई ने तीनों मामलों में डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को मुख्य आरोपी बनाया. तीनों मामले पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में विचाराधीन हैं.