तीन दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना संक्रमित होने की खबर फैली थी। उसके बाद उनको सेना के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, बीते दो दिनों से वहीं पर उनका इलाज किए जाने की बातें सामने आ रही थीं। मगर उनके क्रियाकलापों से कई उनके कोरोना संक्रमित होने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
दरअसल अमेरिका में अगले माह राष्ट्रपति का चुनाव होना है। उससे पहले दो बार दोनों प्रत्याशियों के बीच बहस होनी है वो दोनों तारीखें इसी माह की है। मगर ट्रंप के अस्पताल में भर्ती होने के साथ-साथ वीडियो संदेश जारी करना और फिर अपने समर्थकों के साथ निकलकर अस्पताल के बाहर मौजूद समर्थकों का अभिवादन करना जैसी चीजें लोगों को कुछ और सोचने पर मजबूर कर रही हैं। एक बात ये भी है कि 74 साल की उम्र में कोरोना हो जाने के बाद कोई भी व्यक्ति इस तरह से बर्ताव करने लायक नहीं होता है। मगर जिस तरह से ट्रंप दिख रहे हैं उससे तो यही लगता है कि उनको कुछ नहीं हुआ है।
अलग-थलग कर दिए जाते हैं लोग
कोरोना वायरस से दुनिया भर के देश परेशान है। जैसे ही किसी को कोरोना संक्रमित होने का पता चलता है उसको बाकी लोगों से अलग-थलग कर दिया जाता है। मगर ट्रंप को देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा है। पहले अस्पताल से वीडियो संदेश, फिर काफिले के साथ बाहर निकलना जैसी चीजें संदेह पैदा करती हैं। ट्रंप को देखकर लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। ट्रंप ने अपने ट्वीटर हैंडल पर जो वीडियो जारी किए हैं उसमें भी वो काफी एक्टिव दिख रहे हैं।
राष्ट्रपति होने पर और बढ़ा दी जाती सावधानी
आमतौर पर यही देखने को मिलता है यदि कोई सामान्य व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाता है तो उसको सबसे अलग कर दिया जाता है। मगर यदि संक्रमित होने वाला व्यक्ति कोई खास होता है तो उसके लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था की जाती है। यदि व्यक्ति अमेरिका जैसे देश का राष्ट्रपति हो तो उसके लिए सुविधाएं और भी बढ़ा दी जाती है।
मगर अब ये देखने में आ रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप बाकी मरीजों से एकदम अलग हैं, वे अपने पूरे काफिले के साथ बाहर निकले और अपने समर्थकों को शुक्रिया कहा। अब जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के चीफ ऑफ डिजास्टर मेडिसिन जेम्स फिलिप ने ट्रंप के इस कदम को राजनीतिक तमाशा बताया, उन्होंने कहा कि ट्रंप की गाड़ी में जो लोग मौजूद थे उन सभी को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा।
वीडियो संदेश जारी कर बोले बहुत कुछ सीखा
अस्पताल से बाहर आने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संदेश भी जारी किया था, ये संदेश उनके ट्वीटर हैंडल पर भी मौजूद है। वो कहते हुए दिखते हैं कि वो सड़क पर मौजूद अपने समर्थकों से मिलने के लिए बाहर आएंगे। उन्होंने कहा कि मैं और किसी से यह बात नहीं कह रहा हूं, सिर्फ आपको बता रहा हूं कि मैं अपने समर्थकों को सरप्राइज देने के लिए बाहर जाने वाला हूं।
इसी वीडियो में वो कहते हुए दिखते हैं कि वे अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों के अलावा सिपाहियों से भी मिले हैं जो महामारी में लोगों की मदद कर रहे हैं। कोविड-19 और उसके खतरों को नजरअंदाज करने के लिए ट्रंप की साल की शुरुआत से ही आलोचना होती रही है। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि मुझे कोविड के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला है, मैं जैसे स्कूल में आ कर सीख रहा हूं, यहां असली सीख मिलती है।
महज तीन दिन में कोरोना से मुक्ति
डोनाल्ड ट्रंप की मेडिकल कंडीशन को लेकर भी अलग-अलग तरह की रिपोर्ट सामने आ रही है। इन दिनों ट्रंप का इलाज उनके डॉक्टर शॉन कॉनली कर रहे हैं। उनका कहना है कि इलाज के दौरान ट्रंप को डेक्सामेथाजोन नाम का स्टेरॉयड भी दिया गया है क्योंकि पिछले दिनों में दो बार उनके खून में ऑक्सीजन की मात्रा अचानक ही काफी गिर गई थी। डॉक्टर कॉनली के अनुसार इस दवा के दिए जाने के बाद से ट्रंप की हालत में सुधार आया है और आज (सोमवार) उन्हें अस्पताल से छुट्टी भी मिल सकती है, ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि महज तीन दिन में ट्रंप कोरोना मुक्त कैसे हो सकते हैं।
कैसे हुए थे कोरोना से संक्रमित
वैसे तो डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना से संक्रमित होने के बारे में अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं है मगर माना जा रहा है कि 26 सितंबर को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में उन्होंने जो कार्यक्रम आयोजित किया था, उसी में वो किसी संक्रमित के संपर्क में आए और संक्रमित हो गए। ट्रंप मास्क पहनने के खिलाफ रहे हैं, शुरू से ही उनके इस काम की आलोचना हो रही है। इस आयोजन के दिन भी वे बिना मास्क के ही दिखे थे। यहां लोग एक दूसरे से हाथ मिलाते और गले मिलते भी देखे गए थे। इवेंट के बाद कई लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आई। हालांकि ट्रंप का कोरोना टेस्ट इसके पांच दिन बाद पॉजिटिव आया था।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 3, 2020