New Delhi: ये तो आपको पता ही है कि भारत में हिंदू धर्म के लोग मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम को अपना भगवान और और उनके जीवन पर लिखी गई ‘रामायण’ को अपने सबसे बड़े धार्मिक ग्रंथ में से एक मानते हैं।अभी अभी: मुकेश अंबानी के घर में लगी भीषण आग, पूरे देश में मचा हड़कंप
भारतीय जब एक दूसरे से मिलते हैं तो भी राम राम बोलते हैं। साथ ही ये भी सबको पता ही है कि भारत में हर साल बड़े स्तर पर रामलीला का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी लोग बेहद उत्साह से भाग लेते हैं।अभी-अभी: योगी सरकार का पहला बजट, पेश किया 3 लाख 84 हजार करोड़ का बजट
लेकिन आपको ये जानकर बेहद हैरानी होगी कि पूरी दुनिया के सबसे अधिक मुस्लिम लोगों की आबादी वाले देश में भी लोग भगवान राम और रामायण के बेहद दीवाने हैं। यही नहीं इस देश में एक स्थान है जिसको अयोध्या कहा जा और यहां के लगभग सभी मुस्लिम भी भगवान राम को ही अपना आदर्श पुरुष और पवित्र रामायण को ही अपने दिल के करीब मानते हैं। आप ये जानकर दंग रह जाएंगे कि रामायण का वहाँ पर इतना अधिक प्रभाव है कि आज भी इस देश के कई इलाकों में रामायण के अवशेष और पत्थरों पर की जाने वाली नक्काशी पर रामकथा के चित्र यहां मिलते हैं।यह देश विश्व के मानचित्र पर दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है और इसकी आबादी लगभग 23 करोड़ है। बता ही देते हैं कि इसका नाम इंडोनेशिया है और यह दुनिया का चौथा सबसे अधिक आबादी वाला देश है । यहां की अधिकतर जनसंख्या मुस्लिमों की हैं।
बता दें कि 1973 में इस देश की सरकार ने एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण महोत्सव सम्मेलन का आयोजन करवाया था और काफी देशों से रामलीला के कलाकार यहां आए थे । यह अपने आप में दुनिया का सबसे अनूठा आयोजन था क्योंकि क्योंकि पहली बार किसी मुस्लिम देश ने हिंदुओं के सबसे पवित्र महाग्रंथ रामायण पर इस तरह का आयोजन करवाया था। बताते चलें कि हाल ही में इंडोनेशिया सरकार ने भारत के कई जगहों पर इंडोनेशिया की रामायण पर आधारित रामलीला की मांग की है।