दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बहुत सारे नेता कथित रूप से भारी कमीशन लेकर कालेधन को सफेद करा रहे हैं। मंगलवार को एक टीवी चैनल के स्टिंग में इसका खुलासा हुआ है।
विभिन्न राजनीतिक दलों के स्थानीय नेता कैमरे में अपने पार्टी कार्यालय में कालेधन को सफेद करने के लिए मोलभाव करते नजर आ रहे हैं। यह स्टिंग इंडिया टुडे टीवी चैनल ने किया है। मोलभाव करने वालों में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और जनता दल (यू) के नेता शामिल हैं।
अब बीजेपी ने कहा है कि वो ये मामला संसद में उठाएगी। मामले पर पीएम खुद नजर बनाए हुए हैं। जिसे लेकर आज संसद में बड़ा हंगामा हो सकता है।
स्टिंग में दिखता है कि गाजियाबाद के नेता वीरेंद्र जाटव अपने पार्टी कार्यालय में बैठे हैं और करीब 35 से 40 प्रतिशत कमीशन लेने बात कर रहे हैं। जाटव एक वीडियो क्लिप में कहते दिख रहे हैं- “यह हाथों हाथ हो जाएगा। आप एक घंटे के अंदर नकदी ले सकते हैं।”
नोएडा से समाजवादी पार्टी के नेता टीटू यादव भी इस तरह के नोट बदलने के लिए 40 प्रतिशत कमीशन मांगते दिखे। यादव ने इंडिया टीवी के संवाददाता से गुप्त कैमरे के सामने कहा, “आप पुराने नोटों की जगह नए नोट पा सकते हैं। इसके लिए आपको 40 प्रतिशत कमीशन देना होगा।”
संवाददाता ने अलग-अलग नेताओं से एक करोड़ रुपये से दस करोड़ रुपये तक बदलवाने के लिए बातचीत की। कांग्रेस नेता तारिक सिद्दिकी ने एक स्वयंसेवी संस्था से परिचय करने की बात कही, जो नोट बदलवाती है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता रवि कुमार ने कहा कि इन रुपयों को एक फर्जी प्रोमोशन कंपनी को भुगतान किया हुआ दिखाया जाएगा।
एक वीडियो क्लिप में दिखाया गया है कि वह कह रहे हैं, “हम लोग दिखाएंगे कि एमसीडी के चुनावों में हमारे प्रचारक के रूप में हम लोगों ने एक कंपनी की सेवा ली थी।”
उन्होंने नोट बदलवाने वाला बनकर पहुंचे संवाददाता को राकांपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष कंवर प्रताप सिंह से भी परिचय कराया। उन्होंने कहा कि रुपये को सरकार की नीति के तहत किस्तों में भुगतान किया जाएगा।
एक बार में केवल उतनी ही राशि निकाली जा सकेगी जितनी सरकार की इजाजत है। जनता दल (यू) के दिल्ली उपाध्यक्ष सतीश सैनी भी कैमरे के सामने नोट बदलने के बदले 30 से 40 प्रतिशत कमीशन मांगते नजर आए।