बिजली बकाएदारों के खिलाफ मुकदमे में सपा विधायक अलगू प्रसाद चौहान का दखल बुधवार को देखते-देखते बड़ा मुद्दा बन गया। आरोप है कि धनघटा क्षेत्र के विधायक अलगू प्रसाद चौहान ने मुखलिसपुर के जेई सनी देवोल प्रताप को फोन करके न सिर्फ नाथनगर अपने कैंप कार्यालय बुलाकर अभद्रता की बल्कि पीटकर कमरे में बंद कर दिया।
इस बीच उनके पास मौजूद सरकारी अभिलेख फाड़ दिए और मोबाइल फोन छीन लिया। मिन्नतें करने पर आधे घंटे बाद मुक्त किया। विधायक के कैंप ऑफिस से निकलकर जेई सनी ने जानकारी साथी अवर अभियंताओं और अफसरों को दी। देखते-देखते ही महकमे में अफसर से लेकर कर्मचारी तक सपा विधायक के खिलाफ आक्रोश फैल गया।
बिजली महकमे के लोग ईद की तैयारी छोड़कर लामबंद होने लगे और विधायक के खिलाफ मुकदमा व कार्रवाई होने तक कार्य बहिष्कार का एलान कर दिया। शाम पांच बजे से जिले भर की बिजली ठप हो जाने से जहां ईद की तैयारियों में खलल पड़ने लगा वहीं अफसरशाही में अफरा-तफरी मच गई।
ट्रांसफार्मर बदलने के लिए मांगते हैं पैसा
हालात बिगड़ते देख डीएम डॉ. सरोज कुमार ने जेई और उनके संगठन पदाधिकारियों को वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता में आरोपी विधायक भी शामिल हुए। कुछ समय बाद एसपी शैलेष कुमार पांडेय ने भरोसा दिया कि एसओ को विधायक के खिलाफ केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
महुली थाने के एसओ रमेश यादव ने बताया कि जेई की तहरीर पर विधायक अलगू प्रसाद चौहान के खिलाफ गोलबंद होकर सरकारी कर्मचारी को बंधक बनाकर पीटने, अभद्रता, अभिलेखों को नुकसान पहुंचाने का केस दर्ज कर लिया गया है। इस बीच रात 9.30 बजे से बिजली सप्लाई चालू कर दी गई।
सपा विधायक अलगू प्रसाद चौहान ने खुद पर लगे आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि क्षेत्र के लोग कई दिन से जेई सनी के खिलाफ मनमाने ढंग से केस दर्ज कराने की शिकायत कर रहे थे। बिना नोटिस जारी किए किसानों के खिलाफ कार्रवाई गलत है। इन पर जले ट्रांसफार्मर बदलने के एवज में रकम मांगने के आरोप भी हैं। इसी पर बात करने अपने कैंप कार्यालय पर बुलाया था। पूछताछ पर संतोषजनक जवाब न मिलने पर मुख्यमंत्री और चीफ इंजीनियर से शिकायत करने की जानकारी देकर वापस कर दिया गया।