प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने मंगलवार को भाजपा संसदीय दल की बैठक (BJP’s Parliamentary Party meeting) में कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) के बेटे आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगर निगम के अधिकारी (Municipal Corporation officer) को बैट (cricket bat) से पीटने के मामले को अस्वीकार्य बताते हुए इस हरकत पर गहरी नाराजगी जताई। प्रधानमंत्री ने सख्त लहजे में बिना किसी का नाम लिए कहा कि ऐसी घटनाओं की अनदेखी नहीं की जा सकती है।
गौर करने वाली बात है कि कई दशकों में ऐसा पहली बार रहा जब वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी इस बैठक में मौजूद नहीं थे। यहीं नहीं इस बैठक में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी नहीं नजर आईं। भाजपा के ये सभी दिग्गज नेता इस बार संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इससे पहले संसदीय दल की बैठक 25 जून को होनी थी लेकिन राजस्थान में भाजपा प्रमुख मदन लाल सैनी के निधन के कारण इसे टाल दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं अन्य नेता मौजूद थे। बता दें कि इससे पहले भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) ने कहा था कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। आकाश जी और नगर निगम कमिश्नर दोनों ही कच्चे खिलाड़ी हैं। यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं था लेकिन इसे बड़ा बनाया गया। मुझे लगता है कि अधिकारियों को अहंकारी नहीं होना चाहिए।
वहीं भोपाल की विशेष अदालत से जमानत मिलने के बाद जेल से बाहर आए आकाश ने कहा था कि मैं जनता की सेवा करता रहूंगा। ऐसी स्थिति में जब पुलिस के सामने ही किसी महिला को घसीटा जा रहा था, मैं कुछ और करने की नहीं सोच सकता था। इसलिए मैंने जो कुछ किया उसे लेकर शर्मिंदा नहीं हूं। मैं भगवान से प्रार्थना जरूर करूंगा कि वह दोबारा मुझे ऐसी बल्लेबाजी करने का मौका ना दे।