संता – तुझसे एक काम ठीक से नहीं होता,
तुझे धनिया लाने को कहा था और तू पुदिना ले आया…
तुझे धनिया और पुदिने में फर्क नहीं पता चलता क्या ?
तुझ जैसे बेवकूफों को तो घर में रखना ही नहीं चाहिये…
निकल जा घर से…
बंता – तो चलो साथ ही चलते है…
संता – क्यों ?
बंता – क्योंकि मम्मी कह रही है कि, ये मेथी है…
बेटा – मुझे शादी नहीं करनी!! मुझे सभी औरतों से डर लगता है!
पिता- कर ले बेटा! फिर एक ही औरत से डर लगेगा, बाकी सब अच्छी लगेंगी।
प्रेमिका- हैलो! कहाँ हो?
प्रेमी – मोटीवेट कर रहा हूँ।
प्रेमिका- किसे?
प्रेमी – किसे क्या मतलब? तेरा वेट कर रहा हूँ एक घंटे से .. मोटी!
मेरे एक पडोसी है, जिनका नाम है “भगवान” और उनकी लड़की का नाम है भक्ति.
मम्मी बोलती है कि, “बेटा भगवान की भक्ति में मन लगाया कर”
अब मम्मी को कैसे समझाऊ की भक्ति में तो मन लगाता हुँ, पर भगवान नहीं मान रहे.
Santa(संता) – डॉक्टर साहब 2 साल पहले मुझे बुखार आया था ।
डॉक्टर- तो अब क्या ?
Santa(संता) – आपने नहाने को मना किया था, आज इधर से गुजर रहा था तो सोचा कि पूछता चलू ..”अब नहा लूँ क्या” ??
टीवी विज्ञापनो में मम्मी कितनी अच्छी होती है.
बच्चे कपड़े गंदे करके आए तो भी हँस के धो देती है.
लेकिन,
बचपन में जब हम कपड़े गंदे कर के आते थे, तो पहले हम धुलते थे,
बाद में कपड़े धुलते थे.