कैंडी: ओपनर शिखर धवन और हरफनमौला हार्दिक पंड्या के बेहतरीन शतकों की बदौलत भारतीय टीम यहां श्रीलंका के खिलाफ तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन 487 रन का स्कोर बनाने में सफल रही.
भारतीय टीम की पहली पारी लंच के तुरंत बाद 122.3 ओवर में 487 रन बनाकर खत्म हुई. हार्दिक पंड्या 108 रन की तूफानी पारी खेलने के बाद आखिरी विकेट के रूप में आउट हुए. इससे पहले कल मैच के पहले दिन शिखर धवन ने भारत के लिए 119 रन की पारी खेली थी.जवाब में श्रीलंका की पारी भारतीय गेंदबाजों के शुरू से ही संघर्ष करती रही. पूरी टीम 37.3 ओवर में 135 रन पर सिमट गई, भारत के लिए चाइनामैन कुलदीप यादव ने चार और शमी व अश्विन ने दो-दो विकेट लिए. श्रीलंका के किसी भी बल्लेबाज ने विकेट पर रुकने का माद्दा नहीं दिखाया. कप्तान दिनेश चंदीमल ने सर्वाधिक 48 रन बनाए.भारतीय टीम ने श्रीलंका को फॉलोआन देने का फैसला किया है. पहली पारी के आधार पर भारत के पास 352 रन की विशाल बढ़त है.श्रीलंका की दूसरी पारी प्रारंभ हो चुकी है. श्रीलंका की दूसरी पारी प्रारंभ हो चुकी है. चार ओवर के बाद टीम का स्कोर बिना विकेट खोए 10 रन है. उपुल थरंगा 4 और दिमुथ करुणारत्ने 6 रन बनाकर क्रीज पर हैं.
कुलदीप यादव ने श्रीलंका की पहली पारी को समेटा
इससे पहले भारत के विशाल स्कोर के जवाब में श्रीलंका टीम को पहली पारी में तीसरे ही ओवर में अपना पहला विकेट गंवाना पड़ा. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी यह कामयाबी लेकर आए. उन्होंने उपुल थरंगा (5 रन) को विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा से कैच कराया. पहला विकेट 14 के स्कोर पर गिरा. पारी के पांचवें ओवर में शमी टीम के लिए एक और सफलता लेकर आए. उन्होंने कोलंबो टेस्ट में साहसिक शतक बनाने वाले करुणारत्ने (4)को विकेटकीपर साहा से कैच कराया. फॉर्म में चल रहे करुणारत्ने के आउट होने की बाद श्रीलंका की बल्लेबाजी की बहुत कुछ उम्मीदें कोलंबो टेस्ट में शतकीय पारी खेलने वाले कुसल मेंडिस पर केंद्रित हो गई थीं. दुर्भाग्यवश मेंडिस (18 रन, चार चौके) को कप्तान चंदीमल के साथ रन दौड़ने में हुई गफलत के कारण विकेट गंवाना पड़ा. अगले ही ओवर में अनुभवी एंजेलो मैथ्यूज (0)के हार्दिक पंड्या की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होने से श्रीलंका टीम तमाम मुश्किलों में फंस गई.
तीसरे टेस्ट में अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन पर यह बोले चामिंडा वास
12 ओवर के बाद चाइनामैन कुलदीप यादव को गेंदबाजी पर लाया गया जिन्होंने एक-दो बार चंदीमल को परेशानी में डाला. चायकाल के बाद श्रीलंका टीम ने निरोशन डिकवेला (29 रन, 31 गेंद, चार चौके) और दिलरुवान परेरा (0) के विकेट गंवाए. ये दोनों ही विकेट चाइनामैन कुलदीप यादव के खाते में गए. श्रीलंका टीम का सातवां विकेट कप्तान दिनेश चंदीमल (48 रन, छह चौके के रूप में गिरा जिन्हें अश्विन ने राहुल के हाथों कैच कराया. दूसरे छोर पर कुलदीप की गेंदबाजी श्रीलंका के पुछल्ले बल्लेबाजों के लिए छलावा बनी रही. उन्होंने पुष्पकुमार (10) के रूप में अपना तीसरा विकेट लिया. श्रीलंका का 8वां विकेट 125 के स्कोर पर गिरा. श्रीलंका के अगले दो बल्लेबाज भी ज्यादा देर नहीं टिके.भारत के लिए कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे. उन्होंने 40 रन देकर चार विकेट लिए. मोहम्मद शमी और अश्विन के खाते में दो-दो विकेट आए.
गॉल का पहला टेस्ट टीम इंडिया ने 304 रन और कोलंबो में हुआ दूसरा टेस्ट एक पारी और 53 रन से जीता था. टीम यदि तीसरा टेस्ट भी जीती तो विदेश में तीन टेस्ट की सीरीज एकतरफा अंतर से अपने नाम करने वाली पहली भारतीय टीम बन जाएगी.
श्रीलंका के विकेटों का पतन : 14-1 (थरंगा, 2.3), 23-2 (करुणारत्ने, 4.3), 38-3 (मेंडिस, 8.5), 38-4 (मैथ्यूज, 9.3),101-5 (डिकवेला, 20.3), 107-6 (परेरा, 22.1), 125-7 (चंदीमल, 31.3), 125-8 (पुष्पकुमार, 32.2), 135-9 (फर्नाडो, 36.5), 135-10 (संदाकन, 37.4)
पंड्या का शतक, लंच के तुरंत बाद खत्म हुई भारतीय पारी
मैच के दूसरे दिन भारतीय टीम ने पहले दिन के स्कोर 6 विकेट पर 329 रन से आगे खेलना शुरू किया. आज लाहिरु कुमारा की ओर से फेंके गए पहले ओवर में आठ रन बने. इसके अगले ही ओवर में टीम को ऋद्धिमान साहा (16 रन, 43 गेंद) का विकेट गंवाना पड़ा. साहा को विश्व फर्नांडो की गेंद पर परेरा ने कैच किया. दिन के दूसरे ही ओवर में साहा के आउट होने के बाद बल्लेबाजी का पूरा दबाव हार्दिक पंड्या पर आ गया था. हालांकि इस मौके पर नवोदित कुलदीप यादव ने भी उनका बखूबी साथ निभाया. इन दोनों बल्लेबाजों ने मजबूती से स्कोर बढ़ाना जारी रखा और स्कोर को 400 रन के पास पहुंचा दिया. भारत के 400 के आंकड़े के पास पहुंचने के बीच श्रीलंकाई गेंदबाजों के चेहरे पर निराशा बढ़ती जा रही थी. टीम इंडिया का स्कोर 400 रन के पार पहुंचा ही था कि कुलदीप यादव (26) स्पिन गेंदबाज संदाकन के शिकार बन गए. बाएं हाथ के बल्लेबाज कुलदीप का कैच विकेटकीपर डिकवेला ने लपका. कुलदीप की पारी में दो चौके शामिल रहे. उन्होंने आठवें विकेट के लिए हार्दिक के साथ 62 रन की साझेदारी की. आठवां विकेट 401 के स्कोर पर गिरा.
कुलदीप के आउट होने के बाद हार्दिक ने संदाकन की गेंद पर छक्का और चौका लगाया. अगले ही ओवर में पुष्पकुमार की गेंद पर सिंगल लेकर उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना दूसरा अर्धशतक पूरा किया. भारत का नौवां विकेट मोहम्मद शमी (8 रन, एक चौका)के रूप में संदाकन के खाते में गया. पारी का अंत नजदीक आते देख हार्दिक बेहद आक्रामक हो गए. पुष्पकुमार के ओवर में उन्होंने तीन छक्कों और दो चौकों सहित 26 बना डाले. हार्दिक की इस बल्लेबाजी की बदौलत टीम इंडिया का स्कोर 450 के पार जा पहुंचा.हार्दिक ने इसके बाद भी जोरदार स्ट्रोक खेलते हुए अपना पहला टेस्ट शतक पूरा किया. वनडे स्टाइल में बैटिंग करते हुए उन्होंने इसके लिए सात चौके और सात ही छक्के लगाए.लंच के बाद के पहले ही ओवर में हार्दिक (108 रन, 96 गेंद, आठ चौके, सात छक्के) की पारी खत्म हुई. उन्हें स्पिनर संदाकन ने परेरा के हाथों बाउंड्री पर कैच कराया. श्रीलंका के लिए लक्षण संदाकन ने सर्वाधिक पांच और पुष्पकुमारा ने तीन विकेट लिए.
भारत के विकेटों का पतन : 188-1 (राहुल, 39.3), 219-2 (धवन, 47.1), 229-3 (पुजारा, 50.1), 264-4 (रहाणे, 65.4), 296-5 (कोहली, 78.2), 322-6 (अश्विन, 87.6), 339-7 (साहा, 91.3), 401-8 (कुलदीप, 110.6), 421-9 (शमी, 114.2), 487-10 (पंड्या, 122.3)
टीम इंडिया अगर यह टेस्ट जीती तो विदेशी ज़मीन पर ये पहली 3-0 से जीत होगी. श्रीलंका में पहली बारी भारत श्रीलंका का ‘व्हाइट’ वॉश करेगा. आख़िरी बार ये कमाल ऑस्ट्रेलिया ने साल 2003-04 में किया था. हालाकि कप्तान कोहली रिकॉर्ड के बारे में नहीं सोच रहे उनका कहना है कि “हम इसे एक और टेस्ट मैच की तरह ले रहे हैं, हम सीरीज़ जीत चुके हैं लेकिन हम श्रीलंका को हल्के में नहीं लेंगे, हम टेस्ट मैच जीतने की पूरी कोशिश करेंगे”.
धोनी की कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2013 की घरेलू सीरीज में 4-0 से हराया. पिछले साल कोहली की कप्तानी में न्यूजीलैंड पर 3-0 से जीत दर्ज की. विदेशी सरजमीं पर यादगार टेस्ट सीरीज में कपिल देव की कप्तानी में इंग्लैंड में 1986 में तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से मिली जीत, पाकिस्तान पर 2004 में 2-1 से जीत और श्रीलंका पर 2015 में 2-1 से जीत शामिल है . भारत ने टाइगर पटौदी की कप्तानी में 1967-68 में न्यूजीलैंड में 3-1 से जीत दर्ज की थी.