भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका और भारत में आपसी संबंध सामान्य तौर पर अच्छे बने हुए हैं और श्रीलंका की जेलों में कई भारतीय लोग अभी भी बंद हैं। हाल में श्रीलंका के नवनियुक्त प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के सांसद पुत्र नमल ने कहा कि श्रीलंका की जेलों में बंद तमिल समुदाय के लोगों को रिहा किया जाएगा। बता दें कि अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा इसकी मांग काफी समय से की जा रही है, जिसे जल्द पूरा किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार बता दें कि नमल ने तमिल भाषा में ट्वीट कर बताया है राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री राजपक्षे जल्दी ही इस पर फैसला करेंगे। इसे तमिल सांसदों का समर्थन पाने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं तमिल समुदाय का आरोप है कि कई लोग लंबे समय से आतंकवाद निरोधी कानून के तहत जेल में बंद हैं और उन पर औपचारिक रूप से कोई आरोप नहीं लगाया गया है।
गौरतलब है कि श्रीलंका में सिरिसेना की भी वापिसी हुई है। वहीं समझा जा रहा है कि नमल का यह बयान श्रीलंका में मुख्य तमिल पार्टी तमिल नेशनल एलायंस को लुभाने के लिए जारी किया गया है ताकि संसद में राजपक्षे विश्वासमत हासिल कर सकें। यहां बता दें कि लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम के साथ 2009 में समाप्त हुए युद्ध के बाद से ही श्रीलंका सरकार ने इस आरोप से इंकार किया है कि जेल में बंद लिट्टे सदस्य राजनीतिक बंदी हैं।