कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर छिड़ी बहस के बीच सोमवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होने वाली है। यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है। माना जा रहा है कि कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी आज इस बात का फैसला करेंगी कि वे आगे भी पार्टी की कमान संभालेंगी या अपने स्थान पर किसी और को उत्तराधिकारी नियुक्त करेंगी।
रविवार को खबर आई थी कि सोनिया गांधी अपने पद को बरकरार नहीं रखना चाहती हैं। वहीं 23 नेताओं ने उन्हें पत्र लिखकर पार्टी में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग की है।
इस पत्र को पांच पूर्व मुख्यमंत्रियों, कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्य, सांसद और एक दर्जन से अधिक पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने लिखा है।
बैठक से पहले कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा, ‘श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व पर कोई भी सुझाव या आक्षेप बेतुका है। मैं श्रीमती सोनिया गांधी से अपील करता हूं कि वे अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करें और कांग्रेस का नेतृत्व करती रहें।’
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि श्रीमती सोनिया गांधी के खिलाफ तमाम झूठी अफवाहों के बावजूद उन्होंने 2004 में कांग्रेस पार्टी की जीत का नेतृत्व किया और अटल बिहारी वाजपेयी को घर पर बैठाया।
इसके अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का कहना है कि वे नेहरू-गांधी परिवार के बिना कांग्रेस की कल्पना नहीं कर सकते हैं और पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता किसी और को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार नहीं करेगा।