अपने साहसी अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले सुपरस्टार शाहरुख खान ने कहा कि उनकी फिल्म के सेट पर महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने की किसी में हिम्मत नहीं है. दावोस में कैट ब्लैंचेट और एल्टन जॉन जैसी हॉलीवुड हस्तियों के साथ वल्र्ड इकॉनॉमिक फोरम शिखर सम्मेलन में क्रिस्टल अवार्ड से सम्मानित हुए अभिनेता ने बीबीसी वल्र्ड न्यूज से बॉलीवुड में लैंगिक समानता और भारत में सांस्कृतिक भिन्नता के बारे में बात की.
हॉलीवुड में शक्तिशाली पुरुषों के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों पर उग्र बहस के बीच, शाहरुख से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में ऐसा कुछ देखे जाने के बारे में पूछा गया. इस पर शाहरुख ने ‘बीबीसी वल्र्ड न्यूज’ के हार्डटॉक पर कहा, “जब मैं फिल्म निर्माण कर रहा होता हूं या फिल्म में काम कर रहा होता हूं तो हम महिलाओं के प्रति व्यवहार को लेकर बिल्कुल स्पष्ट होते हैं. यहां तक कि सबसे छोटे पक्ष को लेकर भी महिलाओं का ध्यान दिया जाता है, जैसे कि फिल्म के टाइटल में भी उनके नाम पहले आते हैं, हालांकि इससे कुछ होता-जाता नहीं है, लेकिन इससे सम्मान जो जाहिर होता ही है.”
उन्होंने कहा, “समानता लाने के लिए इस छोटी-सी बात की भी जरूरत है.. देखिए तो हमने खुद को कितना छोटा कर लिया है. किसी लड़की का नाम आगे रखने से स्पष्ट होता है कि हम लोग कैसे हैं, इसके पीछे की सोच सिर्फ समानता ही है.” उन्होंने कहा, “मैंने व्यक्तिगत तौर पर कभी ऐसा नहीं किया, अपनी आंखों से देखा भी नहीं, मैं यह कह सकता हूं कि मेरे सेट पर कोई भी महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की हिम्मत नहीं कर सकता, इसे लेकर मैं बहुत स्पष्ट हूं.” इस एपिसोड का प्रसारण बुधवार रात को होगा.