इन दिनों शादियों की सीजन चल रहा है, आपके पास भी दर्जन भर कार्ड आए होंगे. शादी के लिए काफी प्लानिंग करनी होती है. लहंगे से लेकर वेन्यू तक चुनना होता है. काफी लोग कुंडली मिलाने पर भी यकीन करते हैं ताकि दांपत्य जीवन खुशियों से भरा रहे. लेकिन इन सब तैयारियों के बीच में वर और वधू के स्वास्थ्य संबंधी टेस्ट अक्सर कोई नहीं कराता.
आप किसी के साथ अपना पूरा जीवन गुजारने वाले हैं तो ऐसे में आपको एक दूसरे का मेडिकल स्टेटस भी जान लेना चाहिए ताकि भविष्य की परेशानियों से बचा जा सके. इस खबर में हम आपको ऐसे ही 4 मेडिकल टेस्ट के बारे में बता रहे हैं जो शादी से पहले कराए जाने चाहिए.
इनफर्टिलिटी टेस्ट
इस टेस्ट में महिला की ओवरी और पुरुषों के शुक्राणुों का टेस्ट किया जाता है. इस टेस्ट के जरिए ये पता चलता है कि माता-पिता बनने के लिए आप लोगों की जोड़ी कितनी फिट है. पुरुषों के सपर्म काउंट से उनके बारे में पता चलता है कि वे कितने फिट है वहीं महिलाओं की जांच से पता चलता है कि संतानोपत्ति के लिए वे कितनी फिट हैं.
ब्लड ग्रुप मिलान
वैसे तो ये टेस्ट पहली नजर में कुछ खास नहीं लगता लेकिन ये भी एक बेहद जरूरी टेस्ट है. अगर दोनों पार्टनर के RH फैक्टर एक जैसे हैं तो ये ठीक स्थिति नहीं है. ऐसी स्थिति में प्रेगनेंसी के दौरान हालात मुश्किल हो सकते हैं.
अनुवांशिक बीमारियों के लिए टेस्ट
कुछ बीमारियां ऐसी होती हैं जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में पहुंच जाती हैं. ऐसी बीमारियों की पहचान के लिए इस टेस्ट को कराया जाता है. इस टेस्ट के जरिए पता चल सकता है कि आपको कौन सी बीमारियों से खतरा हो सकता है. जीवनशैली में सुधार करके आप काफी हद तक इस तरह की बीमारियों से बच सकते हैं. हालांकि बाल झड़ना या फिर मोटापा जैसी बीमारियों के लिए कुछ नहीं कहा जा सकता है.
सेक्सुअली ट्रासमिटिड डिजीज के लिए भी टेस्ट करा लिया जाना चाहिए. इस तरह के टेस्ट में एचआईवी, एड्स के टेस्ट के साथ साथ टेपेटाइटिस सी का टेस्ट भी होता है. साथ ही कई अन्य बीमारियों के लिए भी टेस्ट किया जाता है जिसके जरिए पता चलता है कि कहीं आपको एसटीडी तो नहीं है. ये बीमारियां कई बार जानलेवा भी हो सकती है इसलिए शादीसे पहले इस टेस्ट को करा लिया जाना चाहिए.