खाड़ेपुर डबल स्टोरी में कमला देवी के मकान में ई-रिक्शा चालक संतोष सिंह परिवार के साथ किराये पर रहता है। परिवार में पत्नी मोना, तीन बेटी शक्ति (18), रुचि (13) और सपना (11) थी। उसने करीब एक महीने पहले कर्रही निवासी सत्यनारायण शुक्ला के बेटे शिवम से शक्ति की शादी कर दी थी। पुलिस के मुताबिक शक्ति का इलाकाई निवासी तन्नू से प्रेम प्रसंग था। वह तन्नू से शादी करना चाहती थी, लेकिन मोना ने दबाव बनाकर शिवम से उसकी शादी करा दी थी। करीब चार दिन पहले तन्नू शक्ति को ससुराल से भगा लाया था।
परिजनों ने जानकारी की तो पता चला कि वह तन्नू के साथ दिल्ली में है। मोना दो दिन दिन पहले उसको वहां से घर ले आई। मोना उसे पति के साथ रहने के लिए कह रही थी, लेकिन वह तन्नू के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। मंगलवार को मोना ने शक्ति पर दबाव बनाया तो शक्ति ने थाने जाकर मां की शिकायत कर दी। पुलिस ने उसको शाम को घर आने की बात कहकर भेज दिया। शक्ति घर पहुंची तो मां के साथ ससुर सत्य नारायण घर पर मौजूद थे।
दोनों ने शक्ति को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह ससुराल जाने को राजी नहीं हुई। बल्कि उसने दोबारा थाने जाकर शिकायत करने की धमकी दी तो इस पर मां और ससुर भड़क गए। गुस्से में ससुर ने उसके पैर पकड़ लिए, जबकि मां ने उसका गला दबा दिया। दोनों बहनें घर पहुंचने पर लाश को देखकर शोर मचाने लगीं। इलाकाई लोगों से पता चलने पर पुलिस ने मौके पर जाकर पूछताछ की तो मां ने जुर्म कबूल लिया।
उसने कहा कि बेटी बार-बार घर से भाग जाती थी। उसने बेटी की शादी करा दी, लेकिन इसके बाद भी उसकी हरकत में सुधार नहीं आया। वह बेटी को समझा रही थी, लेकिन वह नहीं मान रही थी। गुस्से में उससे कत्ल हो गया। पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया, जबकि ससुर फरार हो गए। उनकी तलाश की जा रही है।