मलिक ने बताया, इसके पहले 1980 में पवार ने किसानों के मुद्दे पर जलगांव से नागपुर तक इसी तरह साइकिल जुलूस निकाली थी. इस बार उन किसानों के लिए जुलूस निकाला गया है, जिन्हें केंद्र व राज्य की मौजूदा भाजपा-शिवसेना सरकारों की ओर से नजरअंदाज किया गया है. बाद में, विधानसभा भवन के पास आजाद, पवार व दोनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं समेत समाजवादी पार्टी व अन्य छोटी पार्टियों के नेताओं ने लोगों को संबोधित किया.

मंगलवार को आयोजित जुलूस और रैली राकांपा द्वारा मौजूदा एक दिसंबर से शुरू किए गए प्रदर्शन का हिस्सा था. राकांपा ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में राज्य सरकार द्वारा महाराष्ट्र के लोगों को किए गए वादे न निभाने के लिए विरोध प्रदर्शन आयोजित किया है.