भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) चीफ शरद पवार ने बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनोट के खिलाफ बीएमसी की कार्रवाई पर सवाल उठाये हैं। एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि बीएमसी ने ऐसा करके अनावश्यक रूप से कंगना को बोलने का अवसर दे दिया है। मुंबई शहर में तो बहुत से अवैध निर्माण हैं, ऐसे में बीएमसी ने कंगना के ऑफिस में ही क्यों तोड़फोड़ की। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुधवार को उनका नाम लिए बिना कहा कि लोग उनकी टिप्पणियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
गौरतलब है कि बीएमसी ने कंगना के ऑफिस के एक हिस्से को अवैध बताते हुए तोड़फोड़ की। कार्रवाई करने से कुछ देर पहले ही बीएमसी ने ऑफिस पर एक नोटिस चिपकाया और अवैध निर्माण तोड़ने की बात कही और थोड़ी ही देर में बीएमसी के अधिकारी हथौड़ा लेकर वहां पहुंच गए। अभिनेत्री ने बीएमसी की कार्रवाई को बॉम्बे हाइकोर्ट में चुनौती दी है।
BMC की कार्रवाई पर रोक
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर 10 (सितंबर) गुरुवार दोपहर 3 बजे तक लगा दी है। हालांकि, बीएमसी ने पहले ही अपनी कार्रवाई पूरी कर चुकी है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में 10 सितंबर को सुनवाई करेगा। हाईकोर्ट ने कंगना रनोट के ऑफिस में अवैध निर्माण को गिराने में इतनी जल्दबाजी करने के लिए बीएमसी से जवाब मांगा है। कल अदालत में बीएमसी को इसका जवाब देना होगा।
महाराष्ट्र सरकार को रास नहीं आ रही कंगना को मिली वाई प्लस सुरक्षा
अभिनेत्री कंगना रनौत को केंद्र सरकार से मिली वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा महाराष्ट्र सरकार को पसंद नहीं आ रही है। सत्तारूढ़ दलों के नेताओं सहित सपा नेता अबू आसिम आजमी ने भी सोमवार को कंगना पर तीखी टिप्पणियां कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। करीब एक सप्ताह से शिवसेना नेता संजय राउत के साथ चल रही कंगना रनोट की तकरार के बाद कंगना ने खुद को धमकी मिलने की शिकायत कर केंद्र सरकार से सुरक्षा की मांग की थी। कंगना की मांग पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा के तहत 11 सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाये हैं।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal