कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने गुरुवार को तृणमूल नेताओं से कहा कि वे आइने में अपना चेहरा देखें. बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने केशरी नाथ पर संविधान का अनादर करने का आरोप लगाया था. तृणमूल ने कहा था कि बीजेपी ने अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए राज्यपाल के संवैधानिक पद को अपने पार्टी कार्यालय में बदल दिया है.
कोलकाता में संवाददाताओं के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि टीएमसी को राज्यपाल के पद पर कीचड़ उछालना बंद करना चाहिए. राजभवन पर कीचड़ उछालने से पहले उन्हें बाथरूम में जाकर आइने में अपना चेहरा देखना चाहिए और चेहरे पर लगे कीचड़ को पहले साफ करना चाहिए.
They should stop throwing mud at office of the Governor. They should go to the washroom, look at their faces in the mirror & remove the dirt from their faces: West Bengal Governor Keshari Nath Tripathi on reports of WB minister accusing him of working unconstitutionally pic.twitter.com/wQGoJgWmVI
— ANI (@ANI) February 9, 2018
राज्यपाल के इस बयान पर पार्थ चटर्जी से जब पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इन्कार कर दिया. परंतु, उनके सहयोगी मंत्री और कद्दावर तृणमूल नेता फिरहाद हकीम ने राज्यपाल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजनेता की भाषा राज्यपाल के मुंह से शोभा नहीं देती. देश की जनता ऐसा सुनने को अभ्यस्त नहीं है, इससे राज्यपाल के पद की गरिमा को ठेस पहुंचता है.
राज्यपाल प्रकरण में फिरहाद ने इस दिन भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा कि तृणमूल के चेहरे पर कीचड़ नहीं, बल्कि कीचड़ उनके चेहरे पर लगी है जिन्होंने गुजरात में दंगा करवाया, व्यापम घोटाला किया, उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर करवा रहे हैं और लोगों का मौलिक अधिकार छीनने की कोशिश कर रहे हैं.
तृणमूल नेताओं का बयान
इससे पहले तृणमूल महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा था कि राज्यपाल ने मालदा जिले के अधिकारी को पत्र लिख कर संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन व राज्यपाल के पद को कलंकित किया है. इससे पहले तृणमूल के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में राज्यपाल के खिलाफ मुखर हुए थे. डेरेके ने कहा था कि राज्यपाल ने राज्य सरकार को बाइपास कर मालदा के प्रभागीय आयुक्त को पत्र लिखा कर जिले की कानून-व्यवस्था, बांग्लादेश से सटे सीमा सुरक्षा और सरकार संचालित विकास योजनाओं के बाबत एक बैठक बुलाई थी.