नई दिल्ली. पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने शनिवार को केरल में भीड़ द्वारा एक आदिवासी युवक की हत्या के बाद निंदा करते हुए ट्वीट किया था, लेकिन बाद में उन्हें अपने इस ट्वीट पर माफी मांगना पड़ी. इतना ही नहीं, सहवाग ने अपना वह ट्वीट भी हटा दिया. दरअसल, इस ट्वीट के बाद सहवाग निशाने पर आ गए, क्योंकि उन्होंने भीड़ में शामिल सिर्फ एक ही वर्ग के लोगों के नाम लिखे थे. ट्रोल हुए सहवाग को आखिर माफी मांगना पड़ी.
सहवाग ने ये कहा पहले ट्वीट में
पूर्व क्रिकेटर सहवाग ने आदिवासी युवक की हत्या के मामले में ट्वीट करते हुए पहले लिखा था. ‘मधु ने एक किलो चावल चुराया था. उबैद, हुसैन और अब्दुल करीम की भीड़ ने गरीब आदिवासी व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. यह सभ्य समाज के लिए कलंक है और मैं शर्मिंदा हूं कि यह होता है और कुछ फर्क नहीं पड़ता है.’ सहवाग के इस ट्वीट के बाद कुछ देर में हजारों रिट्वीट हुए. इनमें उनसे सवाल किया इस मामले में सिर्फ एक समुदाय के ही तीन लोगों के नाम क्यों लिखे और अन्य लोगों के नाम क्यों नहीं थे? सहवाग पर इस घटना को लेकर ट्वीट कर बहुत से लोगों ने धर्म सम्प्रदाय के नजरिए से देखने का आरोप लगाया.
फिर सहवाग ने ऐसे मांग ली माफी
सहवाग ने दूसरे ट्वीट में माफी मांगते हुए कहा, ‘ गलती को गलती नहीं मानना दूसरी गलती है. मैं माफी मांगना चाहूंगा कि मुझसे और लोगों के नाम अधूरी जानकारी की वजह से छूट गए, मैं इसके लिए तहेदिल से माफी मांगता हूं, लेकिन मेरा ट्वीट किसी भी तरह से साम्प्रदायिक नहीं था. हत्यारे धार्मिक रूप से अलग भले ही हों लेकिन हिंसक मानसिकता की वजह से वे एक हैं.’
Non acceptance of a fault is itself a 2nd fault.I apologise I missed out on more names involved in this crime bcoz of incomplete info & sincerely apologise 4 it but the tweet is not communal at all.Killers r divided by religion but united by a violent mentality. May there b peace https://t.co/2ucRSInc96
— Virender Sehwag (@virendersehwag) February 24, 2018
ये हैं मामला
केरल के एक गांव के पास जंगल में मधु नाम का आदिवासी युवक रहता था. उस पर आरोप था कि वह खाने के लिए दुकानों से सामान चुरा लेता था. ये भी माना जा रहा है कि मधु का मानसिक संतुलन ठीक नहीं था. बीते गुरुवार को गांव के कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बनाकर पीटा. इस दौरान कुछ लोगों ने सेल्फी भी ली. इसके बाद किसी ने पुलिस को बुलाया.
जब पुलिस पहुंची तो मधु को उल्टी हुई और बेहोश हो गया. इस पर पुलिस ने उसे अस्पताल लेकर पहुंची, जहां शाम 5 बजे उसकी मौत हो गई. ट्वीट के बाद सहवाग निशाने पर आ गए, क्योंकि उन्होंने भीड़ में शामिल सिर्फ एक ही वर्ग के तीन लोगों के नाम लिखे थे. ट्रोल हुए सहवाग को माफी मांगना पड़ी.