मुंबई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का कहना है कि वह उत्तर प्रदेश (यूपी) सहित अन्य राज्यों में भाजपा को हरा सकने वाली या उसे टक्कर देने वाली पार्टी का साथ देगी। पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को फिर दोहराया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा छोड़ने वाले विधायकों की संख्या लगातार बढ़ती जाएगी। उधर, राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस अब कमजोर हो चुकी है। हमने देखा है कि 1990 के बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। हम देखते हैं कि कांग्रेस जब भी अकेले लड़ती है, उसके द्वारा किया गया वोटों का बंटवारा भाजपा को लाभ पहुंचाता है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार चाहते हैं कि भाजपा को हरा सकने वाली या टक्कर दे सकने वाली पार्टियों को साथ आना चाहिए। इसलिए उत्तर प्रदेश में हमने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है।
राकांपा को मिलेगी ये सीट
सपा ने फिलहाल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अनूप शहर विधानसभा सीट राकांपा को देने का फैसला किया है। अन्य सीटों के लिए राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच बातचीत जारी है। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को सपा के साथ गठबंधन की घोषणा की थी और कहा था कि जल्दी ही भाजपा के 13 विधायक सपा में शामिल होंगे। उन्होंने गुरुवार को फिर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 15 दिन पहले भाजपा नेता कह रहे थे कि वे सत्ता में वापस लौट रहे हैं। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है। जो लोग कैबिनेट में हैं, वे भी पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। गोवा में भी ऐसी ही तस्वीर दिखाई दे रही है। शुरुआत हो चुकी है। आगामी विधानसभा चुनावों में भाजपा को तगड़ा झटका लगेगा।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए शिवसेना भी सक्रिय हो गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि शिवसेना उत्तर प्रदेश में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी। समाजवादी पार्टी के साथ हमारे वैचारिक मतभेद हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि राज्य में बदलाव हो। हम लंबे समय से यूपी में काम कर रहे हैं। लेकिन चुनाव नहीं लड़ा क्योंकि भाजपा को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को राउत ने कहा था कि शिवसेना यूपी में 50-100 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ेगी। शिवसेना नेता संजय राउत आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर जाएंगे।