वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि सरकार वैल्थ क्रिएटर्स यानी अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान देने वाले कारोबारियों की मदद करेगी। इसके लिए400 करोड़ रुपये से अधिक की सालाना टर्नओवर वाली कंपनियों पर भी कॉरपोरेट टैक्स की दर को धीरे-धीरे घटाकर 25 फीसद पर लाया जाएगा।
चालू वित्त वर्ष के लिए पिछले महीने पेश आम बजट में सीतारमण ने 400 करोड़ रुपये तक की सालाना टर्नओवर वाली कंपनियों पर कॉरपोरेट टैक्स की दर को 30 फीसद से घटाकर 25 फीसद करने का एलान किया था।
इससे पहले पिछले वर्ष में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 250 करोड़ रुपये तक की सालाना टर्नओवर वाली कंपनियों पर कॉरपोरेट इनकम टैक्स की दर को घटाकर 25 फीसद कर दी थी।
राष्ट्रसेविका समिति की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि कॉरपोरेट टैक्स की दर को क्रमिक रूप से घटाया जाना चाहिए। उन्होंने इसकी कोई समय सीमा नहीं बताई। वित्तमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिए भाषण में कही गई बात को दोहराया कि सरकार भारत में संपत्ति का सृजन करने वालों को हर तरह का समर्थन देगी।
न्यूजप्रिंट पर राहत की आस नहीं
वित्त मंत्री ने न्यूजपिंट्र पर 10 फीसद कस्टम ड्यूटी को हटाने की मांग लगभग खारिज कर दी। उन्होंने कहा कि यह ड्यूटी घरेलू उत्पादकों को बढ़ावा देने के इरादे से लगाई गई है और जो न्यूजपिंट्र का आयात करना चाहते हैं उन्हें अधिक टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा। गौरतलब है कि अब तक न्यूजपिंट्र के आयात पर कोई शुल्क नही था।
सीतारमण ने इस वर्ष आम बजट में यह ड्यूटी लगा दी थी। जब वित्तमंत्री से पूछा गया कि घरेलू उद्योग अखबारों की मांग को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग की क्षमता का पूरी तरह उपयोग नहीं किया गया है।