प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सिंचाई ( यांत्रिक) धर्मपाल सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा बुंदेलखंड और विंध्याचल मंडल क्षेत्र में 5.50 करोड़ की लागत से कृत्रिम बरसात की व्यवस्था की जाएगी। विंध्याचल और बुंदेलखंड क्षेत्र काफी शुष्क क्षेत्र होने के कारण सरकार की प्राथमिकता पर है और किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो इसलिए नई तकनीकी के द्वारा कानपूर आइआइटी, यांत्रिक विभाग और वैज्ञानिको के बनाये गए तकनीक से कृत्रिम बरसात किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले में बाढ़ सागर परियोजना पूरी हो चुकी है। अब मीरजापुर जिले को पानी की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इस बाणसागर परियोजना से मीरजापुर और इलाहाबाद जिले को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। इसके अलावा प्रदेश के महोबा जिले में पानी की बहुत बड़ी समस्या थी। वहां लोग टैंकरों से पानी लेकर इस्तेमाल करते थे। सरकार ने महोबा की पानी की समस्या को समाप्त कर दिया है। मंत्री ने बताया कि पर ड्रॉप मोर ग्राफ पद्धति थोड़ी महंगी है।