अमेरिका की एक संघीय अदालत ने गूगल को जोरदार झटका देते हुए एकाधिपत्य का आरोपी माना है। गूगल के खिलाफ मुकदमा जीतने पर एपिक गेमिंग के सीईओ टिम स्वीनी ने कहा कि यह गूगल के खिलाफ बड़ी जीत है। अब वे इसे जुर्माने में बदलने के प्रयास करेंगे।
नौ सदस्यीय जूरी ने करीब चार सप्ताह तक जारी सुनवाई में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के बयान भी दर्ज किए। एपिक ने आरोप लगाया, गूगल एंड्रॉइड सॉफ्टवेयर एकाधिकार के जरिये शोषण कर रहा है। वह एप्स के भीतर होने वाले डिजिटल लेनदेन पर 15-30 फीसदी कमीशन लेता है और अरबों डॉलर का अनुचित लाभ कमाता है।
वहीं, गूगल का कहना है कि एंड्रॉइड के निर्माण से लेकर इसे सुरक्षित बनाए रखने के लिए भारी निवेश की जरूरत पड़ती है, जिसके लिए कमीशन बेहद जरूरी है। एपिक ने कहा कि गूगल इस तरह प्रतिस्पर्धा को खत्म कर रहा है।
यहां तक कि गूगल ने एपल, माइक्रोसॉफ्ट व एक्टिविजन ब्लिजार्ड जैसी कंपनियों को अरबों डॉलर दिए, ताकि वे अपना एप स्टोर न खोंलें और गूगल का दबदबा बना रहे। बहरहाल, जूरी इस पर निर्णय करेगी कि गूगल का वर्चस्व प्रतिस्पर्धा नियमों के विरुद्ध है या नहीं। दोषी पाए जाने पर गूगल पर भारी जुर्माना लग सकता है।
एंड्रॉइड बिजनेस मॉडल का बचाव करेगा गूगल
फैसले पर गूगल में सरकारी मामलों व सार्वजनिक नीति के उपाध्यक्ष विल्सन व्हाइट ने कहा कि वे एंड्रॉइड बिजनेस मॉडल का बचाव जारी रखेंगे। कंपनी अपीलीय कोर्ट में जाएगी। बहरहाल, एपिक की जीत यदि आगे अपीलीय कोर्ट में भी जारी रहती है, तो गूगल की प्ले ऐप स्टोर आय को बड़ा झटका लग सकता है।
इंडोनेशिया में टिकटॉक का होगा ऑडिट
चीनी एप टिकटॉक को जहां अमेरिका के टेक्सास की एक कोर्ट ने सरकारी उपकरणों से दूर रखने का आदेश दिया है, वहीं इंडोनेशिया ने कहा है कि टिकटॉक ग्रुप की सभी सेवाओं का ऑडिट होगा। व्यापार मंत्री जुल्किफली हसन ने मंगलवार को कहा, चीन के टिकटॉक व इंडोनेशिया के गोटो की ई-कॉमर्स साझेदारी का परीक्षण किया जाएगा, क्योंकि यह गठजोड़ छोटे व्यापारियों को प्रभावित कर सकता है।
तुर्किये में मेटा के खिलाफ शुरू की गई जांच
तुर्किये के प्रतिस्पर्धा बोर्ड ने मंगलवार को बताया कि सोशल मीडिया समूह मेटा के खिलाफ जांच शुरू की गई है। तुर्किये के नियामक का आरोप है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म थ्रेड्स और इंस्टाग्राम को जोड़कर मेटा ने प्रतिस्पर्धा कानून का उल्लंघन किया है। इस मामले में जांच शुरू करने के लिए उनके पास गंभीर और पर्याप्त सबूत हैं।
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