वाराणसी: बीएचयू स्थित शिवाजी व्यायामशाला के पास सोमवार को शिवाजी महाराज की 388वीं जयंती मनाई गई। इस उपलक्ष्य में कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि बीएचयू के वित्ताधिकारी डा. श्यामबाबू पटेल शिवाजी के संघर्ष व राज्य निर्माण के बारे में विद्यार्थियों को जानकारी दी। कहा शिवाजी महाराज का राज्य सामंतवादी युग में भी प्रजातांत्रिक था, जिसमें किसान मजदूर महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाता था।
कहा आज कुछ लोग शिवाजी महाराज के नाम पर महाराष्ट्र में द्वेष की राजनीति करते हुए उत्तर भारतीयों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने शिवाजी की बनारस यात्रा का भी उल्लेख किया। बताया औरंगजेब की कैद से निकल कर शिवाजी महाराज बनारस, पटना, राची, उड़ीसा होते हुए रायगढ़ पहुंचे थे। यहां शिवाजी पुराने बनारस में रूके थे और बाबा विश्वनाथ का दर्शन भी किया था। विशिष्ट अतिथि प्रो रॉयना सिंह ने शिवाजी जयंती की बधाई देते हुए विश्वविद्यालय में ऐसे कार्यक्रम बड़े स्तर पर मनाने पर बल दिया।
वहीं डा. अमरनाथ पासवान ने बताया कि शिवाजी महाराज बहुजन समाज के उद्धारक थे उन्होंने जाति विभेद को अपने राज्य में समाप्त किया। उनके ही वंशज शाहूजी महाराज व सयाजीराव गायकवाड़ ने डा. अंबेडकर को पढ़ाया और उनकी हर संभव मदद भी की। डा. बीसी कापड़ी, डा. अजय यादव, डा. प्रभात सिंह, अनुराग पटेल आदि ने भी विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता प्रो. राममंदिर सिंह, संचालन डा. शैलेंद्र सिंह व धन्यवाद ज्ञापन रामायण पटेल ने किया।