नई दिल्ली World Bank ने पाकिस्तान को लोन देने से इन्कार दिया है। इस्लामाबाद ने एक प्राकृतिक गैस परियोजना के लिए बैंक से दस करोड़ डॉलर (करीब 674 करोड़ रुपये) का कर्ज मांगा था।
विश्व बैंक ने परियोजना में कोई प्रगति नहीं होने और गैस वितरण कंपनी की ओर से दिलचस्पी नहीं दिखाए जाने पर लोन रद कर दिया। डॉन अखबार के अनुसार, इस परियोजना को सुई सदर्न गैस कंपनी (एसएसजीसी) की ओर से अपने वितरण क्षेत्रों कराची, सिंध के अंदरुनी इलाके और बलूचिस्तान में क्रियान्वित किया जाना था। इसका मकसद पाइपलाइन प्रणाली से गैस के नुकसान को कम करना और प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को बढ़ावा देना था।
विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रोजेक्ट की विफलता से इसके बंद होने की आशंका बढ़ गई है। बेहिसाब गैस (यूएफजी) अभी भी उच्च स्तर पर है, जबकि बहुमूल्य प्राकृतिक गैस बर्बाद हो रही है। यूएफजी की बड़ी वजह तेजी से बढ़ रहे अवैध कनेक्शन हैं। हालांकि पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय यूएफजी में कमी लाने का इच्छुक है।