देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के झांसी में परिवार की इच्छा के खिलाफ जाकर दूसरे धर्म में विवाह करने वाली युवती अफरोज उर्फ नीलम की कुछ समय पहले संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई थी। अफरोज उर्फ नीलम के परिजनों ने इसे हत्या करार दिया। इसके पश्चात् आज अफरोज उर्फ नीलम की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए उसकी लाश को कब्र से बाहर निकाल लिया गया।
दरअसल, एमपी के छतरपुर की रहवासी नीलम अहिरवार ने तब्बू उर्फ तालिब से छह वर्ष पूर्व अंतर धर्म विवाह किया था। तत्पश्चात, नीलम का नाम परिवर्तित कर अफरोज बेगम हो गया था। 6 जुलाई को अफरोज की सेहत अचानक ख़राब हुई तो उसे ग्वालियर ले जाया जा रहा था, मगर झांसी के पास उसकी मौत हो गयी।
वही इसके पश्चात् झांसी के प्रेमनगर में स्थित कब्रिस्तान में अफरोज उर्फ नीलम को दफना दिया गया। जब इसकी खबर अफरोज उर्फ नीलम के परिवार के लोगों को हुई तो उन्होंने इसे क़त्ल बताते हुए छतरपुर पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने केस को गम्भीरता से लेते हुए झांसी जिला प्रशासन से कांटेक्ट कर लाश का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। प्रशासन की मंजूरी पर अफरोज के प्रेमनगर कब्रिस्तान में दफन लाश को सख्त सुरक्षा के बीच आज निकाला गया। अब पुलिस अफरोज उर्फ नीलम की लाश का पोस्मार्टम कराकर मृत्यु की गुत्थी सुलझाने की कोशिश करेगी। एसडीएम न्यायिक अतुल कुमार ने अपने साथ एमपी पुलिस की उपस्थिति में कब्र से लाश को बाहर निकालवाया।