नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि मां भारती के संतान के खिलाफ जिस तरह की भाषा का प्रयोग करके अपमानित किया जा रहा है। यह लोग तुष्टिकरण का खेल खेलना चाह रहे हैं। यह दुखद है। ऐसी मानसिकता वाले लोगों का बहिष्कार करना चाहिए।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा जेल से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से बातचीत और राजद विधायक द्वारा मां दुर्गा पर दिए गए बयान के बाद बिहार में सियासत गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता लगातार राजद पर हमला बोल रही है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और विधायक फतेहबहादुर सिंह सिंह पर जमकर निशाना साधा है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि
राजद के लोग जिस तरह की भाषा का उपयोग कर रहे हैं और सनातन के संतानों की आस्था पर चोट कर रहे हैं। अपमानित कर रहे हैं।
यह लोग तुष्टिकरण का खेल खेलना चाह रहे हैं, यह दुखद है
विजय सिन्हा ने कहा कि मां भारती के संतान के खिलाफ जिस तरह की भाषा का प्रयोग करके अपमानित किया जा रहा है। यह लोग तुष्टिकरण का खेल खेलना चाह रहे हैं। यह दुखद है। ऐसी मानसिकता वाले लोगों का बहिष्कार करना चाहिए। ऐसे लोग यह स्पष्ट करें कि अगर आपको सनातन और सनातन के ग्रंथों और महापुरुषों में आपको आस्था है कि नहीं, यह स्पष्ट करें। विजय सिन्हा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव क्लियर करें कि सनातन में आप लोगों को आस्था है या नहीं? दोहरे चरित्र और दोहरी भाषा बोलकर तुष्टिकरण की राजनीति करके सामाज को तोड़ने की कोशिश न करें।
नेता प्रतिपक्ष बोले- लालू यादव राजनीति के सबसे कलंकित व्यक्ति
इधर, लालू प्रसाद द्वारा जेल से सोनिया गांधी को फोन करने के सवाल पर विजय सिन्हा ने कहा कि लालू यादव राजनीति के सबसे कलंकित पुरुष के रूप में गिने जाते हैं। गरीबों का खजाना लूटने का काम उन्होंने किया गया है। जिस श्री बाबू के बारे में वह बात कर रहे थे, उन्होंने देश में बिहार का नाम बढ़ाया। उन्होंने सामाजिक समरसता को जोड़ने का काम किया था। अगड़ा-पिछड़ा और दलितों को एकसूत्र में बांधने का काम किया। बिहार में उद्योग को बढ़ावा दिया। किसानों के खेतों का नहर का जाल बिछाया था। और, लालू यादव जब आए तो उद्योग-धंधे बंद हो गए। अपहरण का उद्याेग चालू हो गया। किसान के खेत में पानी पहुंचने के जगह बिजली का तार गायब हो गया। वह कल कथा कर रहे थे कि श्री बाबू के लोग नहीं आते हैं। अरे, आपने श्री बाबू के वंशजों का नरसंहार करवाकर उन्हें सबसे ज्यादा दुखी किया। विजय सिन्हा ने कहा लालू यादव ने कभी जेल मेनुअल का पालन नहीं किया। फोन से सोनिया गांधी से बात करते थे। माननीय न्यायालय ने एक भ्रष्टाचारी को जेल में सुधरने के लिए सजा दी थी। लेकिन, वह जेल में अय्याशी कर रहे थे। वह जेल मेनुअल को तोड़कर सुख-सुविधा प्राप्त कर रहे थे। इसलिए जितना दिन जेल में बिताया, उतनी सजा फिर से उन्हें मिले। अगर ऐसा नहीं हुआ तो अपराधियों का मनोबल बढ़ता जाएगा। इसलिए लालू यादव के खुद के बयान पर न्यायालय खुद से एक्शन लें ताकि अपराधियों को कड़ा मैसेज मिल सके।