सीमा पर चीनी सैनिकों ने एक बार फिर अपने दायरे का उल्लंघन किया है. भारत-तिब्बती सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के दो हेलीकॉप्टर 27 अगस्त को सुबह करीब 9 बजे लद्दाख के बुर्तसे और ट्रैक जंक्शन पोस्ट के आसपास दिखे. दोनों चीनी हेलीकॉप्टर MI-17 की तरह दिख रहे थे. पांच मिनट तक दोनों हेलीकॉप्टर भारतीय हवाई क्षेत्र में रहे. लद्दाख के बुर्तसे और ट्रैक जंक्शन पोस्ट ट्रिग हाईट और डेपसांग इलाके में पड़ता है.
वहीं कई अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश में भी चीनी सैनिकों ने घुसपैठ की. न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 10 दिनों पहले चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) अरुणाचल प्रदेश के दिबांग वैली में घुस आई थी. हालांकि भारतीय जवानों के विरोध के बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए. सूत्रों ने बताया कि बाद में पूरे मामले को पहले से तय प्रोटोकॉल के मुताबिक दोनों देश के सैन्य अधिकारियों ने सुलझा लिया
चीन अरुणाचल प्रदेश को अपना बताता रहा है और उसकी सेना सीमावर्ती इलाकों में कई बार घुसपैठ कर चुकी है. पिछले साल के आखिरी (26 दिसंबर 2017) में चीन का एक सड़क निर्माण दल भारत में दाखिल हुआ था और एक रास्ते का निर्माण कर रहा था. बाद में भारतीय भारतीय सैनिकों ने चीनी मजदूरों को खदेड़ दिया और उनका उपकरण जब्त कर लिया.
जब चीन के दल को रोका गया तो करीब 600 मीटर लंबी और 12 फुट चौड़ा रास्ता भारतीय क्षेत्र में बनाया गया था. पिछले साल ही डोकलाम में भारत-चीन की सेना आमने-सामने आ गई थी. डोकलाम गतिरोध 16 जून से 28 अगस्त, 2017 तक चला था.