तस्करी कर दिल्ली ले जाई जा रही है एक किशोरी और एक महिला को रांची रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम ने तस्करों के चंगुल से मुक्त करा लिया है मुक्त कराई गई किशोरी लातेहार की और महिला उड़ीसा की रहने वाली है। किशोरी और महिला को दिल्ली ले जा रही मांडर के गुजारी गांव की महिला सुनीता उड़ान ने बताया कि तस्कर उसे प्रति किशोरी ₹7000 देते हैं। यह रकम उसे दिल्ली में तब दी जाती है जब वह किशोरी को तस्करों तक पहुंचा देती है। आरपीएफ ने किशोरी और महिला को आगे की कार्रवाई के लिए रांची कोतवाली के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है।
आरपीएफ कंट्रोल रूम में के भाई ने फोन कर बताया कि उसकी बहन को एक महिला बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जा रही है। उसे राजधानी एक्सप्रेस से ले जाने की योजना है। सूचना मिलने के बाद आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम उपनिरीक्षक सुनीता तिर्की, महिला कांस्टेबल ललिता कुमारी और महिला नीतू महतो के साथ रेलवे स्टेशन पहुंच गई। इसके अलावा एसटीएफ और आरपीएफ के अन्य जवान भी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए और सघन चेकिंग अभियान शुरू कर दिया गया। इस चेकिंग अभियान में एक महिला और किशोरी के साथ मांडर के गुरगुजारी गांव की महिला को पकड़ लिया गया। किशोरी ने बताया कि मांडर के गुरगुजारी गांव की महिला सुनीता उराईन दोनों को लेकर दिल्ली जा रही थी। उसे बताया गया था कि दिल्ली में वह काम दिला देगी।
रांची जनशताब्दी स्पेशल ट्रेन से उतरी किशोरी को आरपीएफ ने किया चाइल्डलाइन के हवाले
पटना रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से उतरी 16 वर्षीय किशोरी को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है। यह किशोरी रांची रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर अकेली बैठी हुई थी। किशोरी पटना रांची जनशताब्दी एक्सप्रेस से उतरी थी। पूछताछ पर किशोरी ने बताया कि वह साहिबगंज के आमगाछी की रहने वाली हैं। एक साल पहले वह घरेलू काम के लिए कहकर छपरा ले जाई गई थी। वहां उसे आर्केस्ट्रा में डांस करने के लिए भर्ती कर दिया गया और जबरन उससे डांस कराया जा रहा था। इसलिए वह किसी तरह बचकर भाग आई है।