राजधानी में सोमवार को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिवर्तन महारैली से पहले क्या किसी रेल हादसे की साजिश रची गई थी?
क्या 20 नवंबर को आगरा में हुई पीएम की रैली से पहले कानपुर के पास पुखरायां में हुआ रेल हादसा भी किसी साजिश का हिस्सा था? सोशल मीडिया पर यह सवाल इसलिए पूछे जा रहे हैं क्योंकि शनिवार देर रात कानपुर के मंधाना में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ट्रैक काटे जाने की घटना सामने आई थी।
खुद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी इसके पीछे साजिश की आशंका को सही माना है। रेल मंत्री ने रविवार रात इस संबंध में किए गए एक ट्वीट को रीट्वीट किया जिसमें यह आशंका जाहिर की गई थी।
रविवार रात करीब साढ़े दस बजे @iAnkurSingh नाम के ट्विटर हैंडल से यह ट्वीट किया गया। इस ट्वीट में कहा गया, ‘लखनऊ में मोदी की बड़ी रैली से पहले ट्रेन हादसे का प्लान था। पिछला रेल हादसा भी मोदी की कार्यक्रम से कुछ घंटे पहले ही हुआ था।’
रेल मंत्री ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया जिसके आधार पर यह माना जा सकता है कि रेल मंत्रालय को भी शनिवार को हुई घटना के पीछे साजिश की आशंका है। इसके पहले कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी ने भी पुखरायां में हुए रेल हादसा के पीछे साजिश की आशंका जताई थी।
बता दें कि शनिवार देर रात कानपुर के नजदीक मंधना में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ट्रैक काटे जाने की खबर से हड़कंप मच गया था। नारामऊ-मंधना स्टेशन के बीच कुछ अराजक तत्वों ने ट्रैक की 40-50 क्लिप्स के अलावा जॉगल प्लेट्स खोल दी थीं। पटरी को भी काटा जा रहा था, लेकिन पट्रोलिंग टीम को देखकर कई लोग भाग निकले। कन्नौज की आरपीएफ पोस्ट में घटना की रिपोर्ट लिखाई गई है।
सिर्फ डेढ़ महीने के भीतर कानपुर के नजदीक दो बड़े रेल हादसे हो चुके हैं और शनिवार रात पट्रोलिंग टीम की सतर्कता एक और हादसा टल गया। एक के बाद एक हो रही यह घटनाएं महज इत्तेफाक है या साजिश, रेल मंत्री ने इसकी जांच कराने की बात रही है।
बता दें कि इसके पहले 28 दिसंबर को कानपुर के रूरा स्टेशन के पास ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के 15 डब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 52 यात्री घायल हुए थे। 20 नवंबर को कानपुर के ही पास पुखरायां में भीषण ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए थे और सैंकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। उसी दिन (20 नवंबर) आगरा में पीएम मोदी की परिवर्तन रैली हुई थी। इतने बड़े हादसे के दिन रैली करने को लेकर कई लोगों ने पीएम मोदी की आलोचना भी की थी।