लखनऊ, कोरोना संक्रमण काल में सबकुछ बदल गया है। एक ओर जहां विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया आगे बढ़ गई है तो दूसरी ओर आनलाइन कक्षाएं भी शुरू हो गई हैं। डा.राम मनोहर लाेहिया राष्ट्रीय विधि विवि में भी कानून की पढ़ाई के साथ लॉकडाउन में ई-जनरल और किताबों को आनलाइन पढ़ने वालों की संख्या 10 गुना बढ़ गई है।
नए सत्र से इस बार कानून की पढ़ाई में कई बदलाव किए गए हैं। आपसी समझौते को तरजीह के साथ ही मूट कोर्ट में इसे मुख्य विषय रूप में पढ़ाने की कवायद चल रही है। इसे लेकर बैठक भी हो चुकी है। विवि की प्रवक्ता डा.अलका सिंह ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हो गईं हैं। यूजीसी की गाइड लाइन और सरकार के निर्देशाें के अनुरूप शिक्षण कार्य किया जा रहा है। कर्मचारियों और शिक्षकों को सुरक्षा इंतजामों के साथ बुलाया जा रहा है। कुलपति प्रो.एसके भटनागर की ओर से समय-समय पर शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर सुरक्षा इंतजामों पर मंथन किया जाता है।
500 ई-बुक्स और सात हजार जनरल: डा.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि के उप-पुस्तकालयाध्यक्ष डा. मनीष कुमार वाजपेयी ने बताया कि आनलाइन कक्षाओं के साथ ही विवि के डिजिटल लाइब्रेरी में विद्यार्थियों के आनलाइन किताबें पढ़ने की संख्या में भी इजाफा होेने लगा है। विवि के मधु पुस्तकालय में 850 ई-बुक्स व 14 डाटा बेस सहित सात हजार जनरल हैं। कोरोना काल में इनकों पढ़ने वाले विद्यार्थियोें की संख्या 100 से बढ़कर एक हजार हो गई है। घर बैठे किताबें पढ़ने वालों की संख्या में 10 गुना इजाफा होने के साथ ही कुलपति की पहल पर अब ई-बुक्स को बढ़ाने की कवायद चल रही है।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal