पहली बार एक नवजात बच्चे में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसमें जन्म के साथ ही वायरस मिला है। यह बच्चा दुनिया का सबसे कम उम्र का कोरोना संक्रमित है। शुक्रवार रात लंदन के अस्पताल में इस बच्चे का जन्म हुआ था। अभी मां और बच्चे दोनों का इलाज अलग-अलग अस्पताल में चल रहा है।
बच्चे की मां को निमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों को जब पता चला कि बच्चे की मां कोरोना से संक्रमित है तो आनन-फानन में बच्चे की जांच कराई गई तो उसमें भी वायरस की पुष्टि हुई।
बच्चे का इलाज अभी नॉर्थ मिडिलसेक्स अस्पताल में चल रहा है।यहीं उसका जन्म हुआ था जबकि उसकी मां का इलाज विशेष संक्रामक रोग अस्पताल में चल रहा है।
जिस अस्पताल में बच्चे का जन्म हुआ और प्रसव के दौरान जो स्टाफ था उसे अस्पताल प्रशासन ने खुद को आइसोलेट करने का निर्देश दिया है। डॉक्टर अब कारण पता करने में लगे हैं कि नवजात वायरस से कैसे संक्रमित हुआ, गर्भ से ही या जन्म के दौरान।
रॉयल कॉलेज ऑफ ऑब्स एंड गायनेकोलॉजिस्ट्स ने सलाह दी है कि स्वस्थ बच्चे को संक्रमित मां से अलग नहीं कर सकते हैं। मां चाहे तो बच्चे को स्तनपान करा सकती है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गभर्वती महिलाओं और बच्चों को संक्रमण का खतरा बेहद कम है। ऐसे लोगों में बहुत सामान्य तरह के लक्षण दिखते हैं।