रोमांस स्कैम को लेकर डीपफेक हुआ एक्टिव

वैलेंटाइन वीक चल रहा है। 14 तारीख को प्रेमी- जोड़े वैलेंटाइन डे मनाने जा रहे हैं। इसी कड़ी में साइबर सुरक्षा को लेकर शोधकर्ताओं ने भारतीयों को चेताया है।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस की लेटेस्ट रिपोर्ट की मानें तो साइबर-सुरक्षा शोधकर्ताओं ने सोमवार को कहा कि भारत में रोमांस स्कैम बढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं, देश में 66 प्रतिशत लोग ऑनलाइन डेटिंग स्कैम का शिकार हुए हैं।

2023 में, 43 प्रतिशत भारतीय एआई वॉयस स्कैम के शिकार बन गए और जिन लोगों को धोखा दिया गया उनमें से 83 प्रतिशत ने अपना पैसा खो दिया।

एआई और डीपफेक का बढ़ रहा खतरा

हाल ही के वर्षों में रोमांस स्कैम को लेकर एक नया बदलाव देखने को मिला है। ट्रेडिशनल तरीकों को एडवांस टेक्नोलॉजी जैसे जनरेटिव एआई और डीपफेक के साथ मर्ज किया जा रहा है।

एक्सपोजर मैनेजमेंट कंपनी Tenable की एक रिपोर्ट की मानें तो एआई जनरेटेड डीपफेक भारतीयों के लिए एक नई परेशानी के रूप में उभरा है।

ऐसा इसलिए क्योंकि 69 प्रतिशत भारतीय ये मानते हैं कि वे एआई और रियल वॉइस में फर्क महसूस नहीं कर पाते हैं। यही वजह है कि स्कैमर्स अब एआई और डीपफेक टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर रोमांस स्कैम को नए तरीके से अंजाम दे रहे हैं।

पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बरतें सावधानी

इस मामले में टेनेबल के स्टाफ रिसर्च इंजीनियर क्रिस बॉयड का कहना है कि जब पॉपुलर और पुराने प्लेटफॉर्म पर प्राइवेट बात होने लगती है तो मैं ज्यादा सतर्कता बरतने की वकालत करता हूं।

कई बार पॉपुलर साइट्स की सुरक्षा परतें भी कमजोर पड़ जाती हैं, ऐसे में जेनेरेटिव एआई और डीपफेक के दौर में सावधान रहना जरूरी है।

रिपोर्ट की मानें तो इस तरह के स्कैम फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ज्यादा आ रहे हैं। हाल ही के दिनों में ऐसा ट्रेंड भी देखने को मिला है जहां, स्कैमर्स बुजर्ग शख्स खासकर विधवा महिलाओं को टागरेग कर रहे हैं।

स्कैम को लेकर ऐसे मिलता है रेड फ्लैग

शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी भी नए कनेक्शन से पैसों की मदद मांगा जाना इस तरह के स्कैम को लेकर घंटी हो सकती है।

इस तरह के स्कैम से बचने के लिए शोधकर्ता जागरुकता और सतर्कता को ही बचाव का तरीका बताते हैं। खास कर प्रेम चाहने वाले लोगों को इस तरह के स्कैम से बचने की जररूत है।

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