जयपुर : सातवें वेतन आयोग से संबंधित विसंगतियों और अपनी कई मांगो को लेकर नॉर्थवेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन द्वारा 2 से 9 फरवरी तक मनाए जा रहे विरोध सप्ताह के तहत सोमवार को जयपुर जंक्शन से उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय तक सैकड़ों रेल कर्मचारियों ने बाइक रैली निकाली मुख्यालय परिसर में काली पट्टी बांधकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर रेलवे बोर्ड के मेंबर स्टाफ प्रदीप कुमार का पुतला भी फूंका.
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इस विरोध प्रदर्शन के दौरान यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि सातवें वेतन आयोग से संबंधित विसंगतियों जैसे न्यूनतम वेतन को बढ़ाना, फिटमेंट फार्मूले को बढ़ाना, 54 प्रकार के भत्तों की पुनः समीक्षा कर उन्हें बढ़ाना, न्यू पेंशन स्कीम आदि पर बनाई गई कमेटियों का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद भी केंद्रीय कर्मचारियों, रेल कर्मचारियों की मांगों पर कोई सकारात्मक घोषणा अभी तक नहीं करने से रेल कर्मियों में रोष व्याप्त है. वहीं यूनियन के जोनल उपाध्यक्ष विनीत मान ने कहा कि सरकार रेलवे को निजी कंपनी बनाए जाने की साजिश की रच रही है.
जबकि यूनियन के मंडल अध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी मंडल मंत्री आरके सिंह ने कहा कि सरकार के ही निर्देशों पर रेलवे बोर्ड द्वारा 30 जनवरी को जो आदेश जारी किया गया है, जिसमें सुरक्षा श्रेणी के सुपरवाइजर स्तर के कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी नहीं बन सकेंगे, उस आदेश को तत्काल प्रभाव से खारिज किया जाना चाहिए.