सरकारी टीवी ने दुर्घटना स्थल का एक वीडियो जारी किया जिसमें बर्फ में विमान के मलबे दिख रहे हैं. रूस में हाल के दिनों में भारी बर्फबारी देखी गई और दृश्यता कथित तौर पर बहुत कम रही है. रूसी आपात सेवा में मौजूद एक सूत्र ने इंटरफैक्स समाचार एजेंसी को बताया कि विमान में सवार 71 लोगों के जीवित बचे होने की कोई संभावना नहीं है.

इसी समाचार एजेंसी ने खबर दी कि विमान का मलबा दुर्घटनास्थल के पास एक बड़े इलाके में बिखर गया. रूस निर्मित विमान सात साल पुराना था औ इसे सारातोव एयरलाइंस ने एक साल पहले दूसरी रूसी एयरलाइन से खरीदा था. रूसी मीडिया के मुताबिक आपात सेवाएं सड़क मार्ग से दुर्घटनास्थल पर पहुंच पाने में अक्षम हैं और बचावकर्मी मौके पर पैदल ही जा रहे हैं. आपात सेवाओं ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना स्थल पर 150 से अधिक बचावकर्मियों को लगाया गया है.

परिवहन जांच कार्यालय ने बताया कि उड़ान भरने के करीब चार मिनट के अंदर ही विमान राडार से ओझल हो गया. समाचार एजेंसियों की खबर के मुताबिक रूसी परिवहन मंत्री दुर्घटनास्थल पर जा रहे हैं. परिवहन मंत्रालय ने कहा कि दुर्घटना के लिए मौसम की परिस्थिति और मानवीय गलती सहित कई कारण हो सकते हैं.

ओरेनबर्ग क्षेत्र के गवर्नर ने रूसी मीडिया को बताया कि विमान में सवार 60 से अधिक लोग इसी क्षेत्र से थे. अभियोजकों ने दुर्घटना के बाद सारातोव एयरलाइंस की जांच शुरू की है. आरआईए नोवोस्ती समाचार एजेंसी की खबर के मुताबिक रूसी जांच कमेटी हर संभव कारणों पर विचार करेगी.ओर्स्क शहर ओरेनबर्ग क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा शहर है. यह कजाखिस्तान की सीमा के पास स्थित है.

गौरतलब है कि रूस ने कई विमान दुर्घटनाओं का सामना किया है. एयरलाइनें अक्सर पुराने विमानों का खतरनाक उड़ान परिस्थितियों में परिचालन करती हैं.दिसंबर 2016 में सेना का एक विमान सोचि से उड़ान भरान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें विमान में सवार सभी 92 लोगों की मौत हो गई थी. मार्च 2016 में फ्लाई दुबई विमान के सभी 62 यात्रियों की उस वक्त मौत हो गई थी जब यह खराब मौसम के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.