सुशांत सिंह राजपूत केस सीबीआई को सौंपा जा चुका है और रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोग फिलहाल स्कैनर में हैं. इस केस में तमाम उतार-चढ़ाव देखने को मिले हैं. मुंबई पुलिस और बिहार पुलिस की जद्दोजहद के बाद इस केस को आखिरकार सीबीआई को सौंपा गया है. इसके अलावा एक्ट्रेस कंगना रनौत ने सुशांत के निधन के मामले में करण जौहर पर आरोप लगाया था और कहा था कि इंडस्ट्री में मौजूद नेपोटिज्म कल्चर और मूवी माफिया के चलते सुशांत की मौत हुई है.
दीपिका पादुकोण, महेश भट्ट, आलिया भट्ट, रणबीर कपूर, सलमान खान जैसे कई सितारों पर भी उन्होंने निशाना साधा और इसके बाद इन स्टार्स को जबरदस्त ट्रोलिंग और ऑनलाइन हेट का सामना करना पड़ा था.
हालांकि सुशांत के पिता के के सिंह के रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद इस केस में नया मोड़ देखने को मिला और सारा फोकस रिया चक्रवर्ती पर आ गया. सुशांत के परिवार ने ये भी साफ किया कि इंडस्ट्री के इनसाइडर्स पर आरोप लगाकर इस केस को अलग ही दिशा दे दी गई है और असली आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है. सुशांत के फैमिली वकील विकास सिंह ने भी कहा है कि कंगना के इस केस में ज्यादातर बयान ऐसे हैं जिनसे उनका एजेंडा आगे बढ़ता हो.
अपने हालिया इंटरव्यू में सुशांत के फैमिली वकील विकास सिंह ने कहा है कि कंगना के बयान महत्वपूर्ण नहीं हैं. पिंकविला के साथ बातचीत में विकास सिंह ने कहा, वे अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही हैं और उन लोगों पर हमला बोल रही हैं जिनके साथ वे अपने स्कोर सेटल करना चाहती हैं. ऐसा लगता है कि वे अपनी खुद की ही ट्रिप पर हैं. सुशांत के परिवार की एफआईआर और कंगना के दावों का कोई लेना देना नहीं है.
हालांकि विकास सिंह ने ये माना कि कंगना ने कुछ जरूरी मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि नेपोटिज्म बॉलीवुड इंडस्ट्री में मौजूद है और सुशांत को भी कुछ भेदभाव झेलना पड़ा होगा लेकिन नेपोटिज्म इस केस की जांच में सबसे अहम मुद्दे में शामिल नहीं है. सबसे अहम ये है कि कैसे रिया और उनके गैंग ने सुशांत को पूरी तरह से खत्म करने की साजिश की.