2015 के विधानसभा के बाद राहुल गांधी 2019 में 3 फरवरी को बिहार में कांग्रेस के द्वारा आयोजित जन-आकांक्षा रैली को सम्बोधित करेंगे जिसको लेकर कांग्रेसी काफी उत्साहित हैं. यही कारण है कि राजधानी के चौक चौराहों को पोस्टरों से पाट दिया गया है. प्रतिदिन नए पोस्टर जारी किए जा रहे हैं.
वहीं, पोस्टर को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. पार्टी के विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि फोटो में जबरन लोग आशीर्वाद खुद ले रहे हैं. इन्हें आशीर्वाद कोई देना वाला नहीं है. अब कांग्रेस धर्म की राजनीति कर रही है क्योंकि उसको लगता है कि कोई भी हिंदू वोट देने वाले नहीं हैं. कांग्रेस को धर्म से कोई मतलब नहीं है. गीता-रामायण इनसे पूछा जाए तो इन्हें कुछ भी पता नहीं. राम और सीता का पता तक राहुल गांधी को नहीं होगा. कांग्रेस के गठबंधन के साथी राहुल गांधी को प्रधानमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं.
कांग्रेस के द्वारा जारी किए गए पोस्टर का आरजेडी ने समर्थन किया है. पार्टी के विधायक चंद्रशेखर ने कहा है कि जो तस्वीर इसमें जारी की गई है वह कोई गुनाह नहीं है. हमारे देश में सभी धर्म के मानने वाले लोग हैं.
जेडीयू के विधायक श्याम रजक ने कांग्रेस के द्वारा जारी किए गए पोस्टर को लेकर कहा है कि कांग्रेस का भी लोकतंत्र समाजवाद की बात करता था, आज वह अपने एजेंडा से बदलकर वह धर्म की परिभाषा पर है. बिहार में और देश में सर्व धर्म पहले से ही रहा है लेकिन कांग्रेस आज धर्म की सबसे ज्यादा वकालत कर रही है. गरीब की नहीं सिर्फ लोगों का समर्थन लेने के लिए कांग्रेस ऐसा कर रही है जो चलने वाला नहीं है. कांग्रेस जो भी कर ले चाहे चो घोड़ा पर चढ़ ले या हाथी की सवारी करे लेकिन सरकार आने वाली नहीं है. देश मे फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बनेगी
पोस्टर को लेकर सत्तापक्ष के द्वारा उठाए गए सवाल को लेकर बिहार कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने पोस्टर को जारी किए जाने पर कहा है कि राहुल गांधी लंबे समय के बाद बिहार आ रहे हैं और कार्यकर्ता उत्साहित हैं और यह उत्साह का नतीजा है कि ऐसे पोस्टर लगाए गए हैं. सत्ता पक्ष निशाना साधा रहा है तो जान ले हम भगवान को और किसी के नाम के सहारा लेकर राजनीती नहीं करते हैं.
एक समय बिहार की सत्ता में काबिज कांग्रेस 1990 में हासिए पर आ गई. 2015 के विधानसभा में 22 सीटों को जीतने और मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मिली जीत के बाद कांग्रेस उत्साहित है. देखना यह है की इस उत्साह को लोकसभा चुनाव में कितनी भुना पाती है.