दुकान के विवाद में डेढ़ माह पहले हुई मारपीट में राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार प्राप्त नाजिया खान आरोपों में घिर गई हैं। कोर्ट के आदेश पर ताजगंज थाने में उनके खिलाफ चौथ वसूली समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें उनकी मां समेत सात अन्य शामिल हैं। उक्त घटना में नाजिया की तरफ से पहले ही दूसरे पक्ष पर मुकदमा दर्ज कराया जा चुका था।
ताजगंज क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट को लेकर अधिवक्ता कृपाल सिंह वर्मा और नौशाद के बीच विवाद चल रहा है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है। पिछले दिनों तूफान में रेस्टोरेंट का टिनशेड उखडऩे पर डीएम के आदेश पर कृपाल सिंह मरम्मत करा रहे थे। आरोप है कि तभी वहां नाजिया खान अपनी मां के साथ अपने चाचा नौशाद पक्ष के साथ पहुंच गईं। उन्होंने निर्माण कार्य का विरोध किया। इस दौरान मारपीट हो गई। नाजिया ने ताजगंज थाने में कृपाल समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया।
कृपाल सिंह वर्मा ने भी थाने में तहरीर दी, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने एसीजेएम तृतीय के कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर शनिवार रात को ताजगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें नाजिया खान, उनकी मां मुन्नी, मुन्ना सादी, बदरुद्दीन, सलमान, इमामुद्दीन, कल्याण सिंह और छोटू के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। कृपाल सिंह ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने उनके भाई से दुकान निर्माण कराने के एवज में दस हजार रुपये की चौथ मांगी थी। पैसा न देने पर उन्होंने भाई से मारपीट की। बचाव में आई मां के साथ भी मारपीट की गई। इसके अलावा कृपाल ने आरोपितों पर धार्मिक उन्माद फैलाने, तोडफ़ोड़ और बलवा करने का भी आरोप लगाया है।
नाजिया ने पुलिस की कार्रवाई पर उठाए सवाल
अपहर्ताओं के चंगुल से बच्ची को बचाने के लिए नाजिया को इसी वर्ष राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गाय है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद नाजिया खान ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि झगड़े के बाद उन्होंने मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें पुलिस ने गंभीर आरोप होने के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं की। अब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।