राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि खाने-पीने की ऐसी चीजों से दूर रहने की जरूरत है जो जलवायु परिवर्तन की समस्या को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे खाद्य पदार्थों को चुनने की जरूरत है जो प्रकृति को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। राष्ट्रपति राष्ट्रीय राजधानी में तीन दिवसीय वर्ल्ड फूड इंडिया कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं।
राष्ट्रपति मुर्मु ने दुनिया के कई हिस्सों में भूख की समस्या पर भी चिंता व्यक्त की और कहा कि बड़े पैमाने भुखमरी का बढ़ना वितरण की कमी के कारण है क्योंकि दुनिया पर्याप्त भोजन का उत्पादन कर रही है। उन्होंने कहा कि हम जो खाते हैं हमें उसके पर्यावरणीय मूल्य को भी ध्यान में रखना चाहिए। पिछली पीढ़ियों को इस संदर्भ में चिंता करने की जरूरत नहीं थी। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि इस क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं।