राम मंदिर निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए शिव जी की आराधना की जाएगी: नृत्यगोपाल दास
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाएगा. रामजन्मभूमि परिसर में स्थित कुबेर टीले पर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास रुद्राभिषेक करेंगे. राम मंदिर निर्माण में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए शिव की आराधना होगी.
बीते दिनों महंत कमल नयन दास ने कहा था कि भगवान राम ने लंका पर विजय प्राप्ति से पहले भगवान रामेश्वरम की स्थापना कर अभिषेक किया था, इसलिए मंदिर निर्माण से पहले भगवान शशांक शेखर का पूजन किया जाएगा. राम जन्मभूमि परिसर के कुबेर टीले पर आज भगवान शिव का रुद्राभिषेक होगा.
अयोध्या में जल्द राम मंदिर का निर्माण तो नहीं लेकिन शिलान्यास समारोह की तारीख तय हो सकती है. ऐसे में माना जा रहा है कि देश मे कोरोना संक्रमण के हालातों को ध्यान में रखते हुए इस पखवाड़े तो श्रीराम लला के नवल मंदिर निर्माण के शिलान्यास के आसार तो नहीं हैं, लेकिन, देवशयन एकादशी के मुहूर्त्त पर शिलान्यास समारोह हो सकता है.
बहुत मुमकिन है कि देवताओं के शयन से ऐन पहले अयोध्या में शिलान्यास का सूर्य उदित होगा. श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के सूत्र तो यही बताते हैं कि 2 जुलाई को देव शयनी एकादशी है.
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी के मुहूर्त में देवताओं की निशा शुरू हो जाती है. फिर चार माह के लिए देवता सो जाते हैं.
यानी आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक देवशयन काल होने से विवाहादि शुभ और नूतन निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किए जाते.
ऐसे में देव शयनी एकादशी में कार्यक्रम रखने की संभावना प्रबल दिखाई दे रही है. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी उपस्थित रहने की उम्मीद जताई जा रही है.
न्यास के अधिकारी प्रधानमंत्री और पीएमओ के साथ लगातार संपर्क में हैं. प्रधानमंत्री को औपचारिक न्योता दिया जा चुका है.
इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीकार भी कर चुके हैं. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मुताबिक, एक दो दिन का अंतर पड़ सकता है. लेकिन अगर ये मुहूर्त्त निकला तो फिर दीपावली के 11 दिन बाद ही अगला मुहूर्त आएगा.