बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है। बता दें कि 1 मार्च को ब्रुकफील्ड में रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे। सूत्रों ने कहा कि टोपी, मुखौटा और चश्मा पहने एक व्यक्ति इस मामले में मुख्य संदिग्ध है और अभी भी उसका पता नहीं चल पाया है।
इससे पहले, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने रविवार को कहा था कि जरूरत पड़ने पर सरकार रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपने पर विचार कर सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) मामले की जांच कर रही है।
कब और कैसे हुआ ब्लास्ट?
रामेश्वरम कैफे में यह धमाका शुक्रवार दोपहर 1 बजे हुआ। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध कैफे के अंदर बैग रखते हुए नजर आया है। पुलिस का मानना है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था।
गहन जांच में जुटी टीम
संदिग्ध हमलावर का सीसीटीवी फुटेज हासिल करने के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। बेंगलुरु सिटी पुलिस ने एक प्रेस बयान में कहा कि एचएएल पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफएसएल, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वाड की एक टीम विस्फोट स्थल द रामेश्वरम कैफे के आस-पास गहन जांच में जुटी हुई है।
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