राजस्थान कांग्रेस के नेताओं पर एआईसीसी संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल की चेतावनी बेअसर है। दो दिन बाद ही बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने इशारों में केसी वेणुगोपाल पर निशाना साधा है। पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने मशहूर क्रांतिकारी चे ग्वेरा के क्वोट को ट्वीट करते हुए तंज कसा है। उन्होंने लिखा है- मैंने कब्रिस्तान में उन लोगों की भी कब्रें देखी हैं, जिन्होंने इसलिए संघर्ष नहीं किया कि कहीं वे मारे नहीं जाएं। हरीश चौधरी ने कहा कि मंत्री हेमाराम चौधरी इस्तीफा देने वाले थे, लेकिन मना कर दिया। हरीश चौधरी की बयानबाजी से एक बार फिर राजस्थान कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है।
केसी वेणुगोपाल की नसीहत 24 घंटे बाद ही बेअसर बता दें मंगलवार को संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने राजस्थान कांग्रेस के नेताओं को बयाबाजी नहीं करने की नसीहत दी थी। लेकिन 24 घंटे बाद ही नसीहत बेअसर हो गई। केसी वेणुगोपाल ने हरीश चौधरी को फटकार लगाते कहा कि आप एआईसीसी सदस्य है। इत तरह बात करेंगे तो बीजेपी से मुकाबाल कैसे करेंगे। दरअसल, हरीश चौधरी ने बैठक में सवाल किया था कि जिस पार्टी नेता को कुछ बात कहनी होगी तो वह कैसे कहेगा?। इस पर केसी वेणगोपाल ने हरीश चौधरी पर धमकाने वाले अंदाज में पलटवार किया था।
इन दिनों हरीश चौधरी के निशाने पर गहलोत पूर्व राजस्व मंत्री एवं पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी गहलोत कैंप के माने जाते थे, लेकिन इन दिनों सीएम गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। राजस्थान में ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर हरीश चौधरी ने सीएम गहलोत को निशाने पर लिया था। तब से ही हरीश चौधरी सीएम गहलोत से नाराज दिखाई दे रहे हैं। सीएम गहलोत ने हरीश चौधरी को अपने कैबिनेट में राजस्व मंत्री बनाया था, लेकिन पंजाब कांग्रेस का प्रभारी बनाने की वजह से हरीश चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हरीश चौधरी की जगह हेमाराम चौधरी को मंत्री बनाया गया। दोनों ही नेता बाड़मेर जिले से आते हैं। हेमाराम चौधरी पायलट समर्थक माने जाते हैं। हेमाराम ने हाल ही में पायलट को सीएम बनाने के लिए नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी।